Sharad Purnima 2022 Wishes in Hindi: हिंदू धर्म की प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, अश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को समुद्र मंथन के दौरान महालक्ष्मी का प्राकट्य हुआ था, इसलिए इस तिथि को देवी लक्ष्मी के प्राकट्य दिवस के तौर पर भी मनाया जाता है. इस साल 9 अक्टूबर 2022 को शरद पूर्णमा का त्योहार मनाया जा रहा है. आश्विन पूर्णिमा (Ashwin Purnima) को शरद पूर्णिमा (Sharad Purnima), रास पूर्णिमा (Raas Purnima), कोजागरी पूर्णिमा (Kojagiri Purnima), अमृत पूर्णिमा (Amrit Purnima), आरोग्य पूर्णिमा (Arogya Purnima), कौमुदि पूर्णिमा (Kaumudi Purnima) जैसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है. मान्यता है कि इस रात धन व ऐश्वर्य की देवी मां लक्ष्मी पृथ्वी पर विचरण करती हैं, इसलिए इस दिन मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने पर भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है.
शरद पूर्णिमा यानी कोजागरी पूर्णिमा का हिंदू धर्म में विशेष महत्व बताया जाता है, इसलिए इस पर्व को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन लोग एक-दूसरे को बधाई भी देते हैं. ऐसे में इस खास अवसर पर आप भी इन हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स और कोट्स के जरिए शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- शरद पूर्णिमा की रात्रि है सबसे सुंदर,
इस रात बरसता है देवताओं का प्यार और आशीर्वाद,
चंद्रमा की शीतल चांदनी और मां लक्ष्मी का प्यार,
शुभ हो आपके लिए शरद पूर्णिमा का यह त्योहार.
शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं
2- आशा है की शरद पूर्णिमा का उत्सव,
दे आपके जीवन में खुशहाली और समृद्धि,
आप को मिले मां लक्ष्मी का आशीर्वाद और प्यार,
बहुत-बहुत शुभ हो आपके लिए ये त्योहार.
शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं
3- शरद पूर्णिमा की रात लेकर आती है अपने साथ अमृत वर्षा,
जो भर देती है हमारे जीवन को सुख और समृद्धि से,
ये त्योहार आपके जीवन में नई उमंग लेकर आए,
आप और आपका परिवार सदा खुशहाल रहे.
शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं
4- गोपियों संग राधा चलीं कृष्ण के द्वार,
कान्हा के सांवले रंग की बिखरे छटा अपार,
पूर्णिमा के उज्जवल प्रकाश में मिली वो कृष्ण से,
रास लीला आज होगी और नाचेगा सारा संसार...
शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं
5- सबसे सुंदर होता है शरद पूर्णिमा का चांद,
और बरसता है सबसे ज्यादा आशीर्वाद,
आशा है कि इस रात आप सभी पर,
बरसे चंद्रमा का भरपूर आशीर्वाद.
शरद पूर्णिमा की शुभकामनाएं
माना जाता है कि इस शरद पूर्णिमा की रात को चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से परिपूर्ण होता है. इस रात चंद्रमा की सुंदरता चरम पर होती है और धरती पर अमृत की वर्षा होती है. कहा जाता है कि इस दिन खीर बनाकर चंद्रमा की रोशनी में रखने से अमृत की बूंदे खीर में समा जाती हैं, जिसके सेवन से सुख-समृद्धि, आरोग्य और सौंदर्य की प्राप्ति होती है. इसके अलावा कहा जाता है कि इसी पावन रात्रि को भगवान श्री कृष्ण ने राधा रानी और गोपियों के साथ महारास रचाया था.