Mother’s Day 2025 Sanskrit Wishes: मातृ दिवसस्य शुभाशयाः! शेयर करें संस्कृत के प्यार भरे Shlokas, Quotes, WhatsApp Messages और GIF Greetings
मदर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

Mother’s Day 2025 Wishes in Sanskrit: मदर्स डे यानी मातृ दिवस (Mother’s Day) सिर्फ एक खास दिन नहीं, बल्कि दुनिया भर की माताओं (Mother’s) के प्रति आभार व्यक्त करने का एक सुनहरा अवसर भी है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमारी मां ने हमारे लिए क्या-क्या त्याग किए हैं और किस तरह का योगदान दिया है. भारत समेत दुनिया भर की माताओं के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करने के लिए हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. इस साल 11 मई 2025 को मदर्स डे मनाया जा रहा है. इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर की माताओं (Mothers) के प्रति सम्मान, प्यार और कृतज्ञता व्यक्त करना है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि मां की सराहना जितनी भी करें, उतना कम है, क्योंकि मां की बराबरी इस संसार में कोई नहीं कर सकता है. वैसे भी किसी ने सच ही कहा है कि ईश्वर हर जगह नहीं पहुंच सकते, इसलिए उन्होंने मां को बनाया है.

बेशक इस संसार में मां की जगह कोई और नहीं ले सकता है, क्योंकि मां न सिर्फ बच्चे को जन्म देती है, बल्कि उसका पालन-पोषण करने के साथ ही जीवन के हर सुख-दुख में अपने बच्चों के साथ भी खड़ी रहती है. यही वजह है कि मदर्स डे पर बच्चे अपनी मां के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हैं. ऐसें में आप संस्कृत के इन प्यार भरे विशेज, श्लोक, कोट्स, वॉट्सऐप मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स को भेजकर मातृ दिवसस्य शुभाशयाः कह सकते हैं.

1- ‎सर्वतीर्थमयी माता सर्वदेवमयः पिता।
भावार्थ: माता सभी तीर्थों का रूप है और पिता सभी देवताओं का स्वरूप है.

मदर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

2- मातृलाभे सनाथत्वमनाथत्वं विपर्यये।
भावार्थ: मां की कृपा से सब कुछ ठीक है और मां के बिना सब कुछ बर्बाद है.

मदर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

3- माता गुरुतरा भूमेरू।:
भावार्थ: माता धरती से भी बड़ी है.

मदर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

4- जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गदपि गरीयसी।:
भावार्थ: मां और जन्मभूमि स्वर्ग से भी महान है.

मदर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

5- नास्ति मातृसमा छाया नास्ति मातृसमा गतिः
भावार्थ: माता के समान कोई छाया या गति नहीं है.

मदर्स डे 2025 (Photo Credits: File Image)

मदर्स डे के इतिहास की बात करें तो इसकी शुरुआत का श्रेय अमेरिकी महिला एना जार्विस को जाता है. कहा जाता है कि उन्हें अपनी मां से बेहद लगाव था, इसलिए वो अपनी मां के साथ हमेशा रहती थीं और कभी शादी नहीं की. जब उनकी मां का निधन हो गया तो उन्होंने अपनी मां के प्रति प्यार को जाहिर करने के लिए मदर्स डे मनाने की शुरुआत की, लेकिन इस दिवस को औपचारिक तौर पर मनाने की शुरुआत 1 मई 1914 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति वुड्रो विल्सन द्वारा की गई थी. उसी दौरान अमेरिकी संसद में कानून पास कर हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को अमेरिका, यूरोप और भारत सहित कई देशों में मदर्स डे मनाया जाने लगा.

img