Mangala Gauri Vrat 2023 Wishes: शुभ मंगला गौरी व्रत! शेयर करें ये हिंदी WhatApp Stickers, GIF Greetings, Wallpapers और HD Images
मंगला गौरी व्रत 2023 (Photo Credits: File Image)

Mangala Gauri Vrat 2023 Wishes in Hindi: सावन के पावन महीने (Sawan Month) को भगवान शिव (Bhagwan Shiv) की उपासना के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इस महीने जो भी व्यक्ति भगवान शिव की भक्तिभाव से उपासना करता है, भोलनाथ (Bholenath) उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. सावन के महीने में जहां सोमवार को भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है तो वहीं मंगलवार के दिन मां गौरी (Ma Gauri) की उपासना की जाती है, जिसे मंगला गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat) के नाम से जाना जाता है. इस साल सावन महीने की शुरुआत 4 जुलाई से हुई है और पहला मंगला गौरी का व्रत 4 जुलाई को रखा गया था, जिसके बाद अब मंगला गौरी का दूसरा व्रत 10 जुलाई को रखा जा रहा है. इस साल सावन 58 दिनों का है, जिसका समापन 31 अगस्त को होगा, इसलिए इस साल मंगला गौरी के 8 व्रत रखे जाएंगे.

मंगला गौरी का व्रत करने से सुहागिन महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस दिन माता गौरी की पूजा करके इस व्रत की कथा सुननी चाहिए. इसके साथ ही अगर किसी महिला के वैवाहिक जीवन में समस्या है तो उसे यह व्रत अवश्य करना चाहिए. इस अवसर पर आप इन विशेज, वॉट्सऐप स्टिकर्स, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, वॉलपेपर्स और एचजी इमेजेस के जरिए शुभ मंगला गौरी व्रत कह सकते हैं.

1- मंगला गौरी व्रत की शुभकामनाएं

मंगला गौरी व्रत 2023 (Photo Credits: File Image)

2- मंगला गौरी व्रत की हार्दिक बधाई

मंगला गौरी व्रत 2023 (Photo Credits: File Image)

3- हैप्पी मंगला गौरी व्रत

मंगला गौरी व्रत 2023 (Photo Credits: File Image)

4- मंगला गौरी व्रत 2023

मंगला गौरी व्रत 2023 (Photo Credits: File Image)

5- शुभ मंगला गौरी व्रत

मंगला गौरी व्रत 2023 (Photo Credits: File Image)

सावन के महीने में मंगलवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान के बाद गुलाबी, नारंगी, पीले या हरे रंग के वस्त्र धारण करने के बाद पूजा स्थल  को साफ करके एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं. इसके बाद मां पार्वती की तस्वीर को स्थापित करें, फिर उन्हें सोलह श्रृंगार की सामग्री चढ़ाएं. साथ ही नारियल, लौंग, सुपारी, मेवे, इलायची और मिठाई अर्पित करें. पूजन के दौरान मंगला गौरी व्रत की कथा पढ़ें और आखिर में आरती उतारें. इसके साथ ही इस दिन सुहागन महिलाओं को श्रृंगार का सामान भेंट करना अच्छा माना जाता है.