Maharashtra Krishi Din 2020: महाराष्ट्र कृषि दिन 1 जुलाई को, जानें राज्य में हरित क्रांति के जनक वसंतराव नाइक की जयंती पर मनाए जाने वाले इस दिवस का इतिहास और महत्व
महाराष्ट्र कृषि दिन 2020 (Photo Credits: File Image)

Maharashtra Krishi Diwas 2020: महाराष्ट्र (Maharashtra) में हर साल 1 जुलाई को महाराष्ट्र कृषि दिवस (Maharashtra Krishi Diwas) मनाया जाता है. यह दिवस महाराष्ट्र के हरित क्रांति (Green Revolution of Maharashtra) के जनक वसंतराव नाइक (Vasantrao Naik) की याद में उनके जन्मदिन (Vasantrao Naik Birth Anniversary) पर मनाया जाता है. दरअसल, भारत एक कृषि प्रधान देश है, जिसमें महाराष्ट्र को देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों में से एक माना जाता है, क्योंकि कई उत्पादों के लिए देश इस राज्य पर निर्भर है, बावजूद इसके राज्य के अन्नदाता किसान बदहाली के दौर से गुजर रहे हैं. बारिश की कमी, अकाल और बढ़ती महंगाई के चलते राज्य के किसान की हालत बदतर होती जा रही है, जबकि हर साल न जाने कितने ही किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाते हैं. ऐसे में कृषि दिवस (Krishi Diwas) खेती और किसानों से जुड़े गंभीर मुद्दों के समाधान खोजने के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करता है.

इस दिन किसानों के लिए खास कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, इसके साथ उन किसानों को सम्मानित किया जाता है जो कृषि में असाधारण योगदान देते हैं. चलिए जानते हैं वसंतराव नाइक की जयंती पर मनाए जाने वाले कृषि दिवस का इतिहास और महत्व.

महाराष्ट्र कृषि दिन का इतिहास

महाराष्ट्र कृषि दिन या महाराष्ट्र कृषि दिवस के दिन राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वसंतराव नाइक को याद किया जाता है. उन्हें महाराष्ट्र में हरित क्रांति का जनक भी कहा जाता है. उनके जन्मदिन पर इस दिवस को मनाया जाता है और कृषि क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद किया जाता है. वसंतराव फुलसिंह नाइक का जन्म 1 जुलाई 1913 को हुआ था. वे साल 1963 से 1975 की अवधि के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. इस अवधि तक वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने रहे और उन्होंने राज्य में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने और किसानों के विकास के लिए अहम योगदान दिया. यह भी पढ़ें: Happy Maharashtra Day 2020 Wishes: महाराष्ट्र स्थापना दिवस पर इन हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIF Greetings, Photo SMS, Quotes, Wallpapers के जरिए दें प्रियजनों को शुभकामनाएं

महाराष्ट्र कृषि दिवस का महत्व

महाराष्ट्र में कृषि दिन का विशेष महत्व है, क्योंकि वसंतराव नाइक ने खेती करने वाले किसानों को मूल्यावन सेवाएं प्रदान की थीं. वसंतराव नाइक द्वारा महाराष्ट्र में हरित क्रांति लाने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है. इस दिन राज्य भर में कई समारोह आयोजित किए जाते हैं. भारतीय डाक ने खेतों, किसानों और खेती में काम आने वाले जानवरों के विषय पर कई डाक टिकट जारी किए हैं, जिनमें से 30 पैसे के स्टैंप में चावल क्षेत्र में काम करने वाली महाराष्ट्रीय महिलाएं हैं.

यह दिवस इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह राज्य के किसानों और कृषि क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर बात करने और उसका हल निकालने के लिए एक मंच प्रदान करता है. कृषि दिवस किसानों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनकी मदद के लिए किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डालता है.