Maharashtra Diwas 2020 Wishes In Hindi: हर साल 1 मई को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस (International Workers' Day) और मई दिवस (May Day) के साथ महाराष्ट्र दिवस (Maharashtra Day) भी मनाया जाता है. महाराष्ट्र दिवस को महाराष्ट्र स्थापना दिवस (Maharashtra Foundation Day) भी कहा जाता है. साल 2020 में महाराष्ट्र की स्थापना के 60 साल पूरे हो गए हैं. दरअसल, 1 मई 1960 को तत्कालीन नेहरू सरकार ने बॉम्बे प्रदेश को बॉम्बे पुनर्गठन अधिनियम 1960 के तहत महाराष्ट्र और गुजरात इन दो राज्यों में विभाजित कर दिया. हालांकि मराठी भाषियों का कहना था कि बॉम्बे उन्हें मिलना चाहिए, क्योंकि यहां ज्यादातर लोग मराठी बोलते हैं. आखिरकार भाषा के आधार पर तत्कालीन बॉम्बे (मुंबई) को महाराष्ट्र की राजधानी बनाया गया.
महाराष्ट्र स्थापना दिवस तमाम मराठी भाषियों के लिए बेहद खास दिन होता है, लिहाजा इस दिन बधाई देने का सिलसिला भी आम हो जाता है. आप भी महाराष्ट्र दिवस के इस खास अवसर पर प्रिजयनों को शानदार हिंदी वॉट्सऐप स्टिकर्स, फेसबुक मैसेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस, कोट्स, एचडी इमेज और वॉलपेपर्स के जरिए शुभकामनाएं दे सकते हैं.
1- महाराष्ट्र की यश गाथा,
महाराष्ट्र की शौर्य गाथा,
इस पवित्र मिट्टी को माथे लगाएं,
धरती मां के चरणों में शीश झुकाएं.
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
2- पत्थर बनूंगा तो सहयाद्री का बनूंगा,
मिट्टी बनूंगा तो महाराष्ट्र की मिट्टी बनूंगा,
तलवार बनूंगा तो मां भवानी का बनूंगा,
जय भवानी... जय शिवाजी...
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
3- अगर पुनर्जन्म हुआ तो महाराष्ट्र में ही जन्म लूंगा,
और इस मिट्टी पर जन्में वीरों की तरह शूरवीर बनूंगा.
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
4- धन्य है महाराष्ट्र की मिट्टी...
कोटी-कोटी नमन इस पवित्र धरती को...
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
5- महाराष्ट्र पर हमें गर्व है,
मराठी होने पर हमें गर्व है.
महाराष्ट्र दिवस की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि हर साल महाराष्ट्र स्थापना दिवस को धूमधाम से सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन महाराष्ट्र सरकार की ओर से मुंबई के शिवाजी पार्क में परेड का आयोजन किया जाता है. इसके साथ ही राज्य के मुख्यमंत्री हुतात्मा चौक पर जाकर इस राज्य की स्थापना के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, लेकिन इस साल कोरोना वायरस महामारी के चलते महाराष्ट्र दिवस को धूमधाम से मनाए जाने के बजाय सादगी से मनाया जाएगा.