Happy Workers' Day 2020: दुनिया भर के मजदूरों (Labour) और श्रमिकों (Worker) के लिए एक मई की तारीख खास महत्व रखती है, क्योंकि उनके सम्मान में इस दिन अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस (International Workers' Day) मनाया जाता है. श्रमिकों और मजदूरों को समर्पित इस दिन को श्रमिक दिवस, अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस, अंतरराष्ट्रीय कामगार दिवस और मई दिवस जैसे कई नामों से जाना जाता है. भारत समेत करीब दुनिया के 80 देश एक मई को मजदूर दिवस (Labour Day) मनाते हैं. इस दिन दफ्तरों और कारखानों में मजदूरों के लिए खास कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और दिन रात कड़ी मेहतन करने के लिए उन्हें सम्मान दिया जाता है. दरअसल, काम के घंटों को घटाकर आठ घंटे करने की मांग को लेकर एक मई साल 1886 में मजदूरों ने अमेरिका में एक आंदोलन शुरू किया था.
1 मई को सभी कामगारों व मजदूरों को छुट्टी होती है, इसलिए यह दिन मजदूरों के लिए किसी उत्सव से कम नहीं होता है. इस खास अवसर पर लोग एक-दूसरे को बधाई भी देते हैं. आप भी अपने दोस्तों, करीबियों और प्रियजनों को इन शानदार हिंदी वॉट्सऐप स्टेटस, फेसबुक मैसेज, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, फोटो एसएमएस, वॉलपेपर्स और कोट्स के जरिए अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुभकामनाएं (Happy International Workers' Day) दे सकते हैं.
1- परेशानियां बढ़ जाए तो इंसान मजबूर होता है,
मेहनत करने वाला हर व्यक्ति मजदूर होता है.
मजदूर दिवस की शुभकामनाएं
2- किसी को क्या बताएं कि कितने मजबूर हैं हम,
बस इतना समझ लीजिए कि मजदूर हैं हम.
मजदूर दिवस की शुभकामनाएं
3- मैं मजदूर हूं मजबूर नहीं,
यह कहने में मुझे शर्म नहीं,
अपने पसीने की खाता हूं,
मैं मिटटी को सोना बनाता हूं.
मजदूर दिवस की शुभकामनाएं
4- अमीरी में अक्सर अमीर अपना सुकून खोता है,
मजदूर खा कर सूखी रोटी बड़े आराम से सोता है.
मजदूर दिवस की शुभकामनाएं
5- मजदूर अपना कर्म करता जरूर है,
इसलिए देश को उस पर गुरूर है.
मजदूर दिवस की शुभकामनाएं
गौरतलब है कि 1 मई 1886 को अमेरिका के मजदूर संघों ने मिलकर यह तय किया कि वो 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं करेंगे, इसलिए उन्होंने एक आंदोलन शुरू किया था. एक रिपोर्ट के अनुसार, इस हड़ताल में करीब 11,000 कारखानों के 3,80,000 मजदूर शामिल हुए थे, तब पहली बार मजदूर दिवस मनाने मनाया गया था. इसके अलावा शिकागों के हेय मार्केट में प्रदर्शन कर रहे मजदूरों पर गोलियां चलाई गई थी, जिसमें कई मजदूरों की मौत हो गई थी. मजदूरों की मौत के बाद पेरिस में साल 1889 में आयोजित अंतरारष्ट्रीय समाजवादी सम्मेलन में हेय मार्केट में मारे गए निर्दोष मजदूरों की याद में एक मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाए जाने की घोषणा की गई.