कुल्लू दशहरा 2024: मुख्य संसदीय सचिव और जिला स्तरीय अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा आयोजन समिति के अध्यक्ष सुंदर सिंह ठाकुर ने शुक्रवार देर शाम नई दिल्ली स्थित हिमाचल सदन में ‘30 डेज टू गो’ उद्घाटन समारोह को संबोधित किया.
कुल्लू दशहरा 2024 कब मनाया जाएगा (Kullu Dussehra 2024 - Dates, Celebrations and Festivities)
इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा का आयोजन 13 से 19 अक्तूबर तक किया जाएगा. इस बार आयोजन में ज्यादा से ज्यादा देशों की सहभागिता सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं. विशेष रूप से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारतीय और विदेशी संस्कृति का मिश्रण प्रस्तुत किया जाएगा. ठाकुर ने यह भी उल्लेख किया कि हर वर्ष की तरह अंतरराष्ट्रीय नृत्य महोत्सव इस आयोजन का मुख्य आकर्षण रहेगा, जिसमें हिमाचल प्रदेश के लोक नृत्यों के साथ विभिन्न देशों की संस्कृति को भी प्रदर्शित किया जाएगा.
332 स्थानीय देवी-देवताओं को निमंत्रण भेजा गया
कुल्लू दशहरा की ऐतिहासिक परंपरा की झलक इस उद्घाटन समारोह में नजर आएगी. कुल्लू में लगभग 365 स्थानीय देवी-देवता निवास करते हैं, जिससे यह भूमि देवभूमि के रूप में जानी जाती है. इस वर्ष के आयोजन के लिए अब तक 332 स्थानीय देवी-देवताओं को निमंत्रण भेजा जा चुका है और मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने इस कार्यक्रम को बड़े स्तर पर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं.
परंपरा के अनुसार मनाया जाएगा कुल्लू दशहरा
सात दिवसीय कार्यक्रम बीते वर्षों की परंपरा के अनुसार मनाया जाएगा, हालांकि वाणिज्यिक व्यापार मेले दिवाली के त्योहार तक जारी रहेंगे. इसमें ऑटो मेला, ग्रामीण विकास मंत्रालय, कपड़ा मंत्रालय और विभिन्न अन्य संगठनों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी और स्टॉल शामिल हैं. उन्होंने इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कुल्लू दशहरा के बारे में लोगों को व्यापक स्तर पर जागरूक करना बताया और कहा कि यह आयोजन भारी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता है, जहां वे हस्तशिल्प, ऊनी वस्त्र आदि उत्कृष्ट वस्तुएं भी खरीद सकते हैं.
ठाकुर ने कहा कि रथ यात्रा, सांस्कृतिक परेड, कुल्लू कार्निवाल, ललहरी, खेल गतिविधियां, कला केंद्र प्रदर्शन और व्यापार मेला सात दिवसीय इस आयोजन के मुख्य आकर्षण होंगे. इस अवसर पर उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा विवरणिका का विमोचन भी किया. प्रधान आवासीय आयुक्त एसके सिंगला ने आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इस अवसर पर मुख्य वन संरक्षक नीरज चड्डा और उपायुक्त कुल्लू के सहायक आयुक्त शशि पाल नेगी भी उपस्थित रहे.