इंदौर: नया साल 2019 तीन सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) और दो चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) समेत पांच रोमांचक खगोलीय घटनाओं का गवाह बनेगा. हालांकि, भारत (India) में इनमें से केवल दो खगोलीय घटनाओं के ही दिखाई पड़ने की उम्मीद है. उज्जैन की प्रतिष्ठित शासकीय जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्रप्रकाश गुप्त (Dr. Rajendra prakash) ने बृहस्पतिवार को "पीटीआई-भाषा" को बताया कि आगामी वर्ष में ग्रहणों की अद्भुत खगोलीय घटनाओं का सिलसिला छह जनवरी को लगने वाले आंशिक सूर्यग्रहण से शुरू होगा.
गुप्त के मुताबिक नववर्ष का यह पहला ग्रहण भारत में दिखायी नहीं देगा. गुप्त ने भारतीय सन्दर्भ में की गयी कालगणना के हवाले से बताया कि वर्ष 2019 में 21 जनवरी को पूर्ण चंद्रग्रहण लगेगा. हालांकि, सूर्य (Sun), पृथ्वी (Earth) और चंद्रमा (Moon) के एक सीध में आने के इस दिलचस्प वाकये को भी भारत में नहीं देखा जा सकेगा क्योंकि उस वक्त देश में दिन रहेगा और धूप खिली रहेगी.
तकरीबन दो सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने बताया कि अगले साल दो और तीन जुलाई की दरम्यानी रात पूर्ण सूर्यग्रहण लगेगा. भारत में उस वक्त रात का समय रहने के चलते इसे नहीं देखा जा सकेगा. बहरहाल, भारतीय खगोलप्रेमी अगले वर्ष 16 और 17 जुलाई की दरम्यानी रात लगने वाले आंशिक चंद्रगहण को देख सकेंगे. उन्होंने बताया कि 26 दिसंबर 2019 को लगने वाले वलयाकार सूर्यग्रहण का नजारा भारत में दिखायी देगा.
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इस खगोलीय घटना को देश के दक्षिणी हिस्सों में अपेक्षाकृत बेहतर तरीके से निहारा जा सकेगा जिनमें कन्नूर (Kannur), कोझीकोड (Kozhikode), मदुरै (Madurai) और त्रिशूर (Thrissur) क्षेत्र शामिल हैं. गौरतलब है कि वर्ष 2018 पांच रोमांचक ग्रहणों का गवाह रहा है. इस साल दो पूर्ण चंद्रग्रहण और तीन आंशिक सूर्यग्रहण लगे.