Ganesh Chaturthi 2025 Bhajans and Special Songs: ‘जय गणेश’ से लेकर ‘एकदंताय वक्रतुंडाय’ तक, इन भक्ति गीतों और आरती के जरिए बनाएं गणेशोत्सव को खास (Watch Video)
गणेश चतुर्थी 2025 (Photo Credits: File Image)

Ganesh Chaturthi 2025 Bhajans and Special Songs: गणेश चतुर्थी 2025 (Ganesh Chaturthi), 27 अगस्त को मनाई जा रही है. देशभर में गणेश जी के भक्त गणपति बप्पा मोरया के जयकारे लगा रहे हैं. गणेश चतुर्थी के इस वार्षिक उत्सव  को पूरे देश में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी 2025 का उत्सव महाराष्ट्र (Maharashtra) में विशेष रूप से भव्य होता है, जहां लोग सामुदायिक गणेश पंडालों (Ganesh Pandal) में जाते हैं और एक समुदाय के रूप में इस महत्वपूर्ण उत्सव को मनाते हैं. समुदाय के साथ समय पर गणेश आरती (Ganesh  Aarti) करना, जहां हम भगवान को प्रसन्न करने के लिए विशेष गणपति भजन (Ganpati Bhajan) और गीत गाते हैं, गणेश उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. गणेश महोत्सव 2025 मनाते हुए, यहां पांच गणपति भजन दिए गए हैं जिन्हें गणेश चतुर्थी की आपकी गणपति आरती में अवश्य शामिल किया जाना चाहिए. यह भी पढ़ें: Ganesh Chaturthi 2025 Sanskrit Shlokas: गणेश चतुर्थी के इन शानदार संस्कृत Quotes, WhatsApp Wishes, Facebook Messages, Greetings के जरिए दें शुभकामनाएं

'जय गणेश'

एक क्लासिक, सरल और सहज गीत; 'जय गणेश' एक आरती है जो भगवान गणेश की महानता का बखान करके उन्हें प्रसन्न करने पर केंद्रित है.

'जय गणेश' आरती गीत का वीडियो देखें:

'सुखकर्ता दुखहर्ता'

'सुखकर्ता दुखहर्ता' दशकों से गणेश उत्सव का एक अभिन्न अंग रहा है. हालांकि इस आरती के कई छोटे और लंबे संस्करण हैं जिन्हें लाखों लोग बजाते और गाते हैं, यह आरती का एक विश्वसनीय संस्करण है जो संक्षिप्त होने के साथ-साथ गीत के महत्वपूर्ण छंदों को भी समाहित करता है.

'सुखकर्ता दुखकर्ता' गाने का वीडियो देखें

'एकदंताय वक्रतुंडाय'

भगवान गणेश के 108 नाम हैं. इनमें से प्रत्येक नाम ईश्वर के किसी न किसी गुण या विशेषता का अत्यधिक महत्व रखता है. 'एकदंताय वक्रतुंडाय' आपको शंकर महादेवन की शांत वाणी के साथ इन नामों का उच्चारण करने में मदद करता है जो हमारी आत्मा को शांति प्रदान करता है.

देखें 'एकदंताय वक्रतुण्डाय' गाने का वीडियो:

'आरती ज्ञानराज'

हालांकि 'आरती ज्ञानराज' पारंपरिक रूप से भगवान गणेश की स्तुति करने वाला गीत नहीं है, फिर भी यह महाराष्ट्र भर के पंडालों में बजाया जाने वाला एक अभिन्न अंग है. यह गीत संत ज्ञानराज की स्तुति पर केंद्रित है - एक 13वीं शताब्दी के संत, जिनका संबंध आमतौर पर गणेश उत्सव से नहीं है, बल्कि गणेश चतुर्थी के दौरान भक्तगण देवता के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए इसे गाते हैं.

'आरती ज्ञानराजा' गाने का वीडियो देखें:

'घालिन लोटांगन वंदिन चरण'

'घालिन लोटांगन वंदिन चरण' एक महत्वपूर्ण आरती है जो सभी आरतियों के अंत में बजाई जाती है, खासकर उस समय जब भगवान गणेश के लिए चढ़ाए गए प्रसाद को खोला जाता है और आरती आधिकारिक रूप से समाप्त होती है. यह अंतिम गीत है जिसके साथ हर आरती समाप्त होती है.

'गालिन लोटांगन वंदिन चरण' गाने का वीडियो देखें:

हमें उम्मीद है कि ये आरतियां और गीत गणेश उत्सव की रौनक बढ़ाने में मददगार साबित होंगे. हालांकि गणेश आरती में हर गीत का एक खास अर्थ और स्थान है, फिर भी आप अपनी पसंद का गीत चुन सकते हैं. हमें उम्मीद है कि गणेश उत्सव 2025 आपके और आपके परिवार के लिए वह शांति और ज्ञान लेकर आएगा जिसके वे हकदार हैं.