19 Jun, 20:52 (IST)

जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मगरिब की नमाज के कुछ समय बाद ऐलान किया कि भारत में माह ज़िलहिज्जा का चांद नज़र आया है. देशभर में बकरीद 29 जून को मनाई जाएगी. वहीं इससे पहले शिया मरकजी चांद कमेटी ने भी ऐलान किया कि बकरीद का चांद नजर आया है. देशभर में 29 जून को बकरीद  मनाई जाएगी.

19 Jun, 20:45 (IST)

भारत के साथ ही पाकिस्तान में भी ईद-उल-जुहा का चांद नजर  आया है.  बकरीद का चांद नजर आने के बाद  29 जून को बकरीद मनाई जाएगी. 

19 Jun, 20:32 (IST)

लखनऊ में भी बकरीद का चांद नजर आया है. आसमान साफ़ होने की वजह से मगरिब की नमाज के बाद लोगों ने आसमान में चांद देखने की कोशिश की. चांद नजर आने के बाद 29 जून को ईद-उल-जुहा यानी बकरीद मनाया जायेगा.

19 Jun, 20:28 (IST)

भारत में दिखा ईद-उल-जुहा का चांद नजर आ गया है. चांद नजर आने के बाद देशभर में 29 जून को बकरीद मनाई जाएगी. 29 जून सुबह में लोग ईद-उल-जुहा की नमाज पढ़ने के बाद कुर्बानी करते हैं. जो टीन दिन तक चलता रहता है.

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19 Jun, 20:07 (IST)

शिया मरकजी चांद कमेटी ने ऐलान कि भारत में ईद-उल-जुहा का चांद नजर आया गया है. देशभर में 29 जून को बकरीद मनाई जाएगी

19 Jun, 19:48 (IST)

मुंबई, दिल्ली, लखनऊ समेत देशभर में बकरीद का चांद देखने की कोशिश जारी है. ईद-उल-जुहा का चांद  नजर आने के बाद  बकरीद  की घोषणा की जायेगी.

19 Jun, 19:32 (IST)

ईद-उल-जुहा का चांद  देखने के लिए लोग उमड़ चुके है.  लोग असमान में टकटकी लगाये हुए हैं कि कहीं चांद नजर आ जाए.   

19 Jun, 19:18 (IST)

सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में रविवार को ईद-उल-जुहा का चांद नजर आया. इन देशों में 28 जून को बकरीद बनाया जाएगा. वहीं आज भारत में चांद देखा जायेगा. चांद नजर आने पर भारत में 29 जून को बकरीद बनाई जायेगी. हालांकि सऊदी अरब में बकरी मनाये जाने के दूसरी दिन भारत में ईद-उल-जुहा मनाया जाता है.

19 Jun, 18:41 (IST)

मगरिब की नमाज के बाद लोग ईद-उल-जुहा का चांद देखने की कोशिश करेंगे. चांद नजर आने पर भारत में 29 जून को बकरीद बनाई जायेगी

19 Jun, 18:17 (IST)

भारत में अब से कुछ समय बाद लोग मगरिब की नमाज के बाद ईद-उल-जुहा का चांद देखने की कोशिश करेंगे. चांद नजर आने पर भारत में 29 जून को ईद-उल-जुहा की नमाज पढ़ी जायेगी.

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Eid al-Adha Moon Sighting 2023 Live Updates: ईद के करीब दो महीने बकरा ईद मनाया जाता है. बकरा ईद  को द अल-अधा, जिसे ईद-उल-जुहा, बकरा ईद अथवा बकरीद के नाम से भी जाना जाता है. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, ईद अल-अधा धू अल-हिज्जा माह के 10 वें दिन पड़ता है.  ईद-उल-जुहा का चांद रविवार को सऊदी अरब समेत खाड़ी देशों में दिखाई दिया. जिसके बाद इन देशों में 28 जून को  ईद-उल-जुहा मनाया जाएगा. वहीं ईद-उल-जुहा के मनाने को लेकर आज भारत में  भी चांद देखा जायेगा. भारत में आज यानी 19 जून को ईद-उल-जुहा का चांद नजर आया तो 29 जून को बकरी मनाई जायेगी.

ईद के त्योहार पर जहां लोग पूरे एक महीने जहां रोज रखने के बाद ईद की नमाज पढने के बाद  सेमवाई पीते थे. वहीं बकरीद के त्योहार पर लोग अल्लाह की राह में बकरा,  भेड़ समेत अन्य जानवरों की क़ुरबानी करते हैं. कुर्बानी के गोश्त के तीन हिस्से करने की शरीयत में सलाह है. एक हिस्सा गरीबों में तकसीम किया जाए, दूसरा हिस्सा अपने दोस्त अहबाब के लिए, तीसरा हिस्सा अपने घर में इस्तेमाल किया जाए. क़ुरबानी का यह त्यौहार हजरत इब्राहिम की याद में मनाया जाता है. यह भी पढ़े: Eid al-Adha 2023: भारत में ईद उल अजहा कब है? जानें बकरीद की तिथि और कुर्बानी के इस पर्व का महत्व

ईद-उल-अजहा यानी बकरीद को लेकर मुस्लिम शरीयत में है कि अल्लाह ने एक दिन हजरत इब्राहिम से सपने में उनकी सबसे प्रिय चीज की कुर्बानी मांगी. हजरत इब्राहिम अपने बेटे से बहुत प्यार करते थे, लिहाजा उन्होंने अपने बेटे की कुर्बानी देने का फैसला किया. हजरत इब्राहिम जैसे ही अपने बेटे की कुर्बानी देने वाले थे कि उसी वक्त अल्लाह ने अपने दूत को भेजकर उनके बेटे को एक दुम्मा भेडासे बदल दिया. तभी से इस्‍लाम में बकरीद मनाने की शुरुआत हुई.