Dussehra 2019: आज होगा रावण का दहन, विजयादशमी पर ये 10 उपाय करेंगे आपकी समस्याओं का समाधान
रावण दहन 2019 (Photo Credits: Wiki)

Happy Dussehra 2019: आश्विन शुक्लपक्ष की प्रतिपदा से नवमी तक नवदुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा-अर्चना कर श्रद्धालु माँ को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. नवरात्रि (Navratri) की पूजा संपन्न होने के बाद दसवें दिन बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में विजयादशमी का पर्व मनाया जाता है. ज्योतिषियों का मानना है कि विजयादशमी (Vijayadashami) सर्वकार्य सर्वसिद्धि वाला दिवस होने के कारण इस दिन किये गये कार्य अवश्य सफल होते हैं और आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. चलिए जानते हैं विजयादशमी पर किए जाने वाले 10 उपाय, जिनसे आपके जीवन की समस्त समस्याओं का समाधान हो सकता है.

1- कर्ज से मिलेगा छुटकारा

विजयादशमी के दिन प्रातःकाल उठकर स्नान-ध्यान करने के पश्चात अपनी लंबाई के अनुरूप काला धागा लें. इसे एक जटा वाले नारियल के चारों ओर लपेट कर इसका विधिवत पूजा करें. अब भगवान से कर्ज से मुक्ति की प्रार्थना करते हुए इसे किसी नदी के प्रवाह में बहा दें.

2- मुकदमों की बाधाएं दूर होंगी

विजयादशमी के दिन शमी के पेड़ की पूजा का विधान है. अगर न्यायालय में कोई कार्य पेंडिंग चल रहा है तो विजयादशमी के दिन शमी के पेड़ के सामने शुद्ध घी का दीपक प्रज्जवलित करें और भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए प्रार्थना करें कि न्यायालय में आपके कार्य में आ रही बाधाएं दूर हों. ऐसा करने से आपकी समस्या दूर होगी. यह भी पढ़ें: Dussehra 2019: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है दशहरा, दुर्भाग्य से बचना है तो इस दिन भूलकर भी न करें ये 5 काम

3- रोग से मिलती है मुक्ति

नवरात्रि के दिन कलश स्थापना की जगह उगे हुए जौ के पौधों को जयंती से बांधकर रखते हैं. मान्यता है कि इस जयंती को शिखा पर बांधने से तमाम असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है. इसे घर की तिजोरी में रखने से चल-अचल सम्पत्ति में वृद्धि होती है.

4- नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं

पुरोहितों के अनुसार विजयादशमी के दिन रावण-दहन के बाद अवशेष लकड़ियों का थोड़ा सा अंश घर में किसी सुरक्षित स्थान पर रख दें. इसे प्रतिदिन अगरबत्ती अथवा धूप दिखाएं. ऐसा करने से घर में नकारात्मक शक्तियां प्रवेश नहीं करतीं. साथ ही घर में भूत-प्रेत अथवा किसी के तंत्र-मंत्र का कोई बुरा असर नहीं पड़ता.

5- घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है

विजयादशमी के दिन रावण-दहन से पूर्व घर के ईशान कोण में कुमकुम, चंदन और लाल फूल से अष्टदल कमल पुष्प की आकृति बनाएं. इसके पश्चात माँ दुर्गा की सहायक योगिनी जया और विजया का ध्यान करते हुए इस फूल की पूजा करें. इसके पश्चात शमी के पेड़ की पूजा करके वृक्ष के पास की थोड़ी-सी मिट्टी घर लाएं. इसे तिजोरी अथवा घर के मंदिर में रख दें. ऐसा करने से घर में समृद्धि और ऐश्वर्य आता है.

6- नौकरी में मिलता है प्रमोशन

विजयादशमी के दिन दशहरे का पूजन करने के पश्चात दस गरीब बच्चों को ताजे फल बांटें. इसके साथ ही भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए ओम विजयायो नमः का जाप करें. आपको जॉब मिलने की संभावनाएं बढ़ जायेंगी.

7- आर्थिक समस्याएं खत्म होंगी

विजयादशमी के दिन से अगले 43 दिनों तक निरंतर किसी कुत्ते को प्रतिदिन बेसन का लड्डू खिलाएं. ऐसा करने से कमाई के रास्ते में आ रहे व्यवधान दूर होंगे. आय के नये-नये रास्ते मिलेंगे. कहीं फंसा हुआ पैसा प्राप्त हो सकता है.

8- घर में आती है समृद्धि और ऐश्वर्य

अक्सर घर में नकारात्मक ऊर्जा के कारण आय का स्त्रोत प्रभावित होता है. अगर ऐसा लगता है तो विजयादशमी के दिन फिटकरी का एक टुकड़ा लेकर उसे घर के सभी सदस्यों को स्पर्श कराएं. अब फिटकरी हाथ में लेकर छत पर जाएं. छत के किनारे उल्टी दिशा में खड़े होकर भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए फिटकरी को छत से पीछे की ओर फेंक दें. अगर घर में नकारात्मक ऊर्जा है तो वह फिटकरी के साथ हमेशा के लिए बाहर हो जायेगी और आय के रास्ते में आ रही रुकावटें खत्म हो जाएंगी. यह भी पढ़ें: Dussehra 2019 Wishes & Messages: दशहरा के शुभ अवसर पर WhatsApp, Facebook, Twitter और Instagram के जरिए ये प्यारे हिंदी Greetings, GIF, Photo SMS, HD Wallpapers भेजकर दें सभी को इस पर्व की बधाई

9- समस्याओं के समाधान के लिए करें गुप्तदान

विजयादशमी के दिन एक नयी झाड़ू खरीद कर बिना किसी को बताए किसी मंदिर में जाकर रख दें. विजयादशमी के दिन लंका एवं रावण का दहन होने के बाद इस तरह का गुप्तदान करने से आपकी आर्थिक समस्याओं का समाधान होता है और आय के नये स्त्रोत शुरू होते हैं.

10- विदेश यात्राओं का योग बनता है

विजयादशमी के दिन धार्मिक यात्राएं व्यक्ति विशेष के लिए बहुत लाभदायक होती है. इस तरह की यात्राएं करने विदेश जाने के रास्ते खुलते हैं. विदेश में व्यवसाय अथवा नौकरी करने के मौके प्राप्त होते हैं.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.