Diwali 2020: दीपावली (Deepawali), दीपों का पर्व (Festival of Lights) है, इसे इसलिए दीपोत्सव भी कहा जाता है. इस पर्व पर चारों तरफ दीये ही दीये जगमगा उठते हैं, लेकिन कभी सोचा है कि क्यों हमारे देश में दीवाली (Diwali) और धार्मिक आयोजनों पर दीया (Diya) जलाने की परम्परा है. हिंदू धर्म में रोजाना नियम से दीया क्यों जलाया जाता है? इसके पीछे का कारण हमारी सेहत से जुड़ा है. भारत में दीपक का इतिहास प्रामाणिक रूप से 5000 वर्षों से भी ज्यादा पुराना हैं. अग्नि का प्राचीनकाल से ही हर धर्म में महत्व है. वेदों में अग्नि को प्रत्यक्ष देवतास्वरूप माना गया है, इसलिए हिंदू धर्म में किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान के सामने दीपक जलाया जाता है.
मान्यता है कि दीपावली पर धनतेरस से लेकर भैया दूज तक घर के आंगन के बीचो-बीच में प्रतिदिन एक दीप जलाकर रखने से श्रीगणेश जी देवी लक्ष्मी जी बहुत प्रसन्न होते हैं और इनकी विशेष कृपा पूरे घर पर रहती है.
हिंदू धर्म मे दीपावली के दिन लक्ष्मी-गणेश की पूजा कर दीपों से पूरे घर को रोशन करने की परंपरा है. मान्यता है कि लक्ष्मी पूजा के बाद पहला दीपक घर के आंगन में जलाना चाहिए. इसके बाद कुछ खास स्थानों पर भी दीपक प्रज्जवलित करना चाहिए. इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और साल भर उनकी कृपा से घर में सुख, शांति, सेहत और समृद्धि बनी रहती है, इससे पंचोत्सव का फल प्राप्त होता है. पूरे साल मां लक्ष्मी और श्रीगणेश के आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. धार्मिक मान्यतानुसार कुछ खास जगहों पर दीपक अवश्य जलाने चाहिए.
- दीपावली की शाम लक्ष्मी पूजन से पहले घर के मुख्य द्वार पर सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए. कहा जाता है कि इस दिन माता लक्ष्मी घर घर घूमती हैं, इसीलिए हर घर के लोग अपने-अपने घरों की साफ-सफाई कर उसे दीयों से रौशन करते हैं ताकि देवी लक्ष्मी उनके घर पधारें और आशीर्वाद दें.
- लक्ष्मी पूजन के बाद घर के मुख्य द्वार के दोनों तरफ एक-एक दीप जलाये जाने चाहिए. इससे देवी लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं. यह भी पढ़ें: Happy Diwali 2020 Greetings in Hindi: देश में दीपावली की धूम! इन प्यारे WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIF Images, Quotes, SMS, Wallpapers के जरिए कहें हैप्पी दिवाली
- घर के निकट जो भी मंदिर हो वहां जाकर दीप अवश्य जलायें. अगर संभव है तो प्रत्येक देवी देवता की मूर्ति के सामने एक एक दीप अवश्य प्रज्जलित करें.
- घर के करीब किसी चौराहे पर भी एक दीपक जलायें, इससे आने जाने वालों को रोशनी मिलती है और दीप जलाने वाले पर देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा बनी रहती है.
- पीपल के पेड़ पर देवताओं का वास होता है. अगर घर के सामने कोई पीपल का वृक्ष है तो एक दीया वहां भी जलाना चाहिए, कहते हैं कि इससे घर में बरक्कत होती है.
- घर के आंगन में स्थित तुलसी के पौधे के पास भी एक दीपक जलाएं, इससे घर में सुख एवं शांति आती है, और बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करती.
- अगर आपके पास वाहन है तो एक दीप उस वाहन के करीब भी जलाये जाने चाहिए.
- घर का वह स्थान जहां जल का स्त्रोत है, यानी नल के पास एक दीपक जलाएं, इसके अलावा जहां से घर के पानी की निकासी होती है, वहां पर भी एक दीपक अवश्य जलाएं.
- घर के चारों कोनों पर भी चार मुख वाले दीपक जलाना चाहिए, मान्यता है कि इससे भगवान श्री गणेश और देवी लक्ष्मी चारों दिशाओं से सुख एवं समृद्धि प्रदान करती हैं.
- दो दीपक रसोईघर में भी जलाने चाहिए. इससे माता अन्नपूर्ण प्रसन्न होती हैं और उनकी कृपा से पूरे साल अन्न का प्रचुर भंडार बना रहता है.
गौरतलब है कि आज पांच दिवसीय दिवाली उत्सव का चौथा पर्व मनाया जा रहा है, जिसे गोवर्धन पूजा के नाम से जाना जाता है. इस दिन गोवर्धन पर्वत और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा की जाती है.