Chhattisgarh Formation Day Messages 2020: छत्तीसगढ़ राज्योत्सव पर ये  WhatsApp Status, Facebook Greetings, GIF Images, Photo Wishes, Quotes, Wallpapers, भेजकर दें शुभकामनाएं
छत्तीसगढ़ डे, (फोटो क्रेडिट्स: फाइल फोटो)

हर वर्ष 1 नवंबर छत्तीसगढ़ राज्योत्सव (छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस) के रूप में मनाया जाता है. इस तिथि को वर्ष 2000 में भारत सरकार ने आधिकारिक रूप से एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया था. भारत के राष्ट्रपति ने 25 अगस्त को मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 को अपनी सहमति दी. भारत सरकार ने 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश को छत्तीसगढ़ से विभाजित किया. तब से राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में हर साल 1 नवंबर से 5 दिवसीय उत्सव का आयोजन करती है. यह कार्यक्रम राज्य रायपुर में राज्योत्सव मैदान में आयोजित किया जाता है, जिसमें कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. 5 दिनों के त्योहार में छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा और राज्य विरासत में मिली जनजातियों की भूमिका को दर्शाता एक सांस्कृतिक असाधारण प्रदर्शन होता है. इस कार्यक्रम को कई राजनीतिक हस्तियों के साथ-साथ फ़िल्मी हस्तियां भी हिस्सा लेती हैं. यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Rajyotsava Special: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यूं ही नहीं कहे जाते सुशासित छत्तीसगढ़ के ‘शिल्पकार’

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर लोग एक दूसरे को शुभकामनाएं देते हैं. अगर आप भी लोगों को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए मैसेज भेजकर दे सकते हैं. यह भी पढ़ें: Uttar Pradesh Foundation Day 2020: उत्तर प्रदेश की स्थापना के 70 साल, महाराष्ट्र में सबसे पहले मनाया गया था यह दिवस, जानें इसका इतिहास और महत्व

हैप्पी छत्तीसगढ़ डे:

हैप्पी छत्तीसगढ़ डे, (फोटो क्रेडिट्स : फाइल फोटो )

छत्तीसगढ़ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं:

छत्तीसगढ़ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं, (फोटो क्रेडिट्स : फ़ाइल फोटो )

वेरी हैप्पी छत्तीसगढ़ डे:

वेरी हैप्पी छत्तीसगढ़ डे, (फोटो क्रेडिट्स : फ़ाइल फोटो )

छत्तीसगढ़ दिवस पर छत्तीसगढ़ के लोगों को हार्दिक बधाई:

छत्तीसगढ़ दिवस पर छत्तीसगढ़ के लोगों को हार्दिक बधाई, (फोटो क्रेडिट्स : फ़ाइल फोटो )

हैप्पी छत्तीसगढ़ डे:

हैप्पी छत्तीसगढ़ डे, (फोटो क्रेडिट्स : फ़ाइल फोटो )

प्राचीन काल में इस क्षेत्र को दक्षिण-कौशल के रूप में जाना जाता था. रामायण और महाभारत में भी इसका उल्लेख मिलता है. भगवान राम की माता का नाम कौशल्या है और वो कौशल नरेश की बेटी थीं. कौशल देश भगवान राम की नानी का घर था. इसलिए पौराणिक काल में इसे कौशल देश के नाम से जाना जाता था. छठी और बारहवीं शताब्दी के बीच इस क्षेत्र में सरभपुरिया, पांडुवंशी, सोमवंशी, कलचुरी और नागवंशी शासकों का राज था. कलचुरियों ने 980 से 1791 ई. तक छत्तीसगढ़ में शासन किया. 1845 में अंग्रेजों के आने के बाद राजधानी रतनपुर के बजाय रायपुर को प्रमुखता मिली.