Bakrid 2020 Latest Mehndi Designs Photos and Video: कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच इस साल बकरीद (Bakrid) का त्योहार 1 अगस्त को मनाया जाएगा. बकरीद को ईद-उल-अजहा (Eid-ul-Adha), बकरा ईद (Bakra Eid) या कुर्बानी ईद (Qurbani Eid) के नाम से भी जाना जाता है. इस्लाम धर्म में बकरीद का खास महत्व बताया जाता है. इस्लाम में इस दिन अल्लाह के नाम पर कुर्बानी देने के परंपरा निभाई जाती है. इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज अदा करने के बाद अल्लाह की इबादत में बकरे की कुर्बानी देते हैं और गोश्त को तीन हिस्सों में बांटा जाता है. बकरीद के दिन पुरुष, महिलाएं और बच्चे नए कपड़े पहनते हैं. पुरुष पठानी पहनते हैं, जबकि महिलाएं सलवार कमीज पहनती हैं. मुस्लिम घरों में तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं और महिलाएं अपने हाथों व पैरों में मेहंदी (Mehndi) रचाती हैं.
किसी भी खास पर्व की शुभता बढ़ाने के लिए महिलाओं के हाथों और पैरों में मेहंदी रचाना हर धर्म में विशेष महत्व रखता है. माना जाता है कि मेहंदी के बिना पर्व की खुशी अधूरी रह जाती है, इसलिए लगभग सभी धर्म की महिलाएं खास पर्व और त्योहार पर मेहंदी रचाती हैं. बकरीद पर आप भी मेहंदी रचाकर अपने हाथों की खूबसूरती में चार चांद लगा सकती हैं. हम आपके लिए लेकर आए हैं बकरीद के लिए लेटेस्ट मनमोहक व आकर्षक मेहंदी डिजाइन्स (Bakrid Latest Mehndi Designs) के फोटोज और वीडियो ट्यूरियल्स, जिनकी मदद से आप आसानी से अपने हाथों में मेहंदी रचा सकती है. यह भी पढ़ें: Bakrid 2020 Latest and Easy Mehndi Designs: इन खुबसूरत और आसान मेहंदी डिज़ाइन लगाकर मनाएं बकरीद, देखें Video
बैकहैंड क्रिसक्रॉस डिजाइन
View this post on Instagram
पाकिस्तानी मेहंदी डिजाइन
View this post on Instagram
खूबसूरत फिंगर डिजाइन
View this post on Instagram
फुल हैंड मेहंदी डिजाइन
View this post on Instagram
राजस्थानी मेहंदी डिजाइन
View this post on Instagram
यह भी पढ़ें: Bakrid 2020: बकरीद कब है? किसकी याद में मनाया जाता है ईद-उल-अजहा, जानें तिथि और इस पर्व का महत्व
बकरीद स्पेशल मेहंदी वीडियो-
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के चलते इस साल कुर्बानी के त्योहार को धूमधाम से नहीं मनाया जाएगा. मस्जिदों में ईद-उल-अजहा की नमाज के लिए लोग सार्वजनिक तौर इकट्ठा नहीं होंगे. दरअसल, कोरोना संकट के मद्देनजर लोगों से अपील की गई है कि वे बकरीद पर घरों में रहकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नमाज अदा करें और सादगी से इस पर्व को मनाएं.