Jumma Tul Wida 2020: देखते-देखते रमजान का पाक महिना ख़त्म होने को है. आज 28वां रोजा है. रमज़ान शरीफ का तीसरा और आखरी अशरा चल रहा है. इस अश्रे में की गयी इबादत आपको जहन्नुम की आग से बचाती हैं. इस अश्रे में जो जो आखिरी जुम्मा आता है उसे कहते हैं अलविदा जुम्मा. आज अलविदा जुम्मा है. वैसे लॉकडाउन के चलते सभी अलविदा जुम्मा घर में पढने के लिए मजबूर है. मस्जिदों में केवल इमाम साहब समेत केवल 5 लोगों को ही नमाज पढ़ने की इजाजत है. इस्लाम के जानकारों की माने तो अल्लाह अलविदा जुमा की नमाज़ के बाद मांगी गई दुआ कभी नहीं लौटता. रब दुआओं को कुबूल करता है. इस नमाज के बाद कसरत से दुआ की जाती है.
अलविदा जुम्मा के बाद कई लोग ईद का इंतज़ार भी करते है. वैसे, रमजान के आखिरी जुम्मा में सभी की आंखे नम भी होती है क्योंकि ये मुक़द्दस महिना ख़त्म होने की कगार पर होता है. बहरहाल, हम आपके लिए लाये है कुछ अलविदा रमजान के संदेश, जिन्हें आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को भेज सकते हैं.
वो सहरी की बरकतें, वो इफ्तार की रहमतें, वो तरावीह की रौनकें, ये सब बस तुज से मिला था माह-ए-रमजान, अलविदा अलविदा माहे रमजान
वाह रमजान तेरी रुक्सत को सलाम,
जाते-जाते आसमानों को भी रुला दिया
अलविदा अलविदा माहे रमजान
अब है रमजान की रुखसत, होगी हर इंसान को फुर्सत, मज़ा पा ना सकेगा रमजान जैसा.
अलविदा अलविदा माहे रमजान
जिसने बना दिया हर घर को गुलिस्तान,
चला जायेगा वो महमान,
तोहफे में दे जा रहा है ईद सभी को
अलविदा अलविदा माहे रमजान
बता दें कि रमजान ख़त्म होने के बाद 1 शव्वाल को ईद मनाई जाती है. शव्वाल दसवां इस्लामिक महिना होता है. इस साल ईद 24 मई (रविवार), या 25 मई (सोमवार) को होगी. इस्लाम में नए महीने की शुरुआत चाँद को देखकर की जाती है.