Elephant Powers: एक अनोखा पशु जो पैरों से देखता है! जानें और क्या-क्या खूबियां हैं हाथी के अंगों की!
एक साथ खाने का लुत्फ उठाता हाथी परिवार (Photo Credits: Twitter)

यह कहावत सभी ने सुनी होगी कि ‘हाथी के दांत खाने के और दिखाने के कुछ और होते हैं’, लेकिन हाथी के विभिन्न अंगों की भी खूबियां हैं, जो किसी को भी हैरान कर सकती हैं. उदाहरण के लिए हाथी के पैर सुनने का काम भी करते हैं, यह जानने के बाद आप यही कहेंगे कि ‘हाथी के कान सुनने के और दिखाने के और होते हैं.’ इसके अलावा भी हाथी के अन्य अंगों की विभिन्न खूबियां होती हैं. आइये जानें इन अंगों की चमत्कारी भूमिकाएं.

बड़े कान के क्या काम?

किसी भी जीव की तुलना में हाथी के कान काफी बड़े होते हैं, लेकिन त्रासदी है कि ये कान सुनने में उतने सक्षम नहीं हैं. लेकिन चूंकि कुदरत ने कान बड़ा बनाया है तो इसकी कुछ तो उपयोगिता होगी ही. आपने भी ध्यान दिया होगा कि हाथी अपने कान पूरे दिन हिलाता रहता है. इसके पीछे वैज्ञानिक वजह यह है कि वह अपने विशालकाय शरीर की गर्मी को कानों के जरिये बाहर निकालता रहता है. हाथी के कानों की कोशिकाएं इस कार्य को बखूबी अंजाम देती हैं. इसी बहाने उनके शरीर का ब्लड सर्कुलेशन भी सुचारू बना रहता है. इसीलिए अफ्रीका में विकट गर्मी होने से वहां हाथियों के कान ज्यादा बड़े होते हैं.

सूंघने की अद्भुत शक्ति

हाथी एक विशालकाय जानवर है. उसे भोजन के साथ-साथ भारी मात्रा में जल की भी जरूरत होती है. उसकी इस जरूरत की पूर्ति के लिये प्रकृति ने उसकी सूंघने की अद्वितीय शक्ति प्रदान कर रखी है. एक हाथी 5 किमी की दूरी से किसी भी जलाशय को सूंघकर वहां पहुंच कर अपनी प्यास बुझा लेता है. यह भी पढ़ें : Janmashtami 2021 Radha Dress for Girls: कृष्ण जन्माष्टमी पर इन ड्रेस आइडियाज की मदद से बच्चियों को करें नन्ही राधा की तरह तैयार

बड़े काम का है सूंड़ भी

दुनिया भर के जीवों में हाथी की बनावट सबसे निराली होती है. वह विश्व का अकेला ऐसा जीव है, जिसके सूंड होता है. हाथी की आंखें छोटी और कम दिखने के कारण प्रकृति ने उसे सूंड भी दिया है. राह चलते हुए वह सूंड से नीचे की ओर फूंकता है, अगर वह समतल जगल होती है तो फूंक मारने से हवा समतल जमीन से वापस आती है, तब उसे अगले कदम का अहसास हो जाता है, इसीलिए वह हर कदम फूंक फूंक कर आगे बढ़ता है. इसके अलावा सूंड की एक खूबी यह है कि वह अपनी सूंड में 8-9 लीटर पानी भर सकता है.

पैरों से भी सुनता है

आसपास की गतिविधियों के लिए हाथी अपने कानों का इस्तेमाल करता है. लेकिन दूर की गतिविधियों के लिए वह अपने पैरों का इस्तेमाल करता हैं. राह चलते हुए हाथी के भारी-भारी पैरों से जो कंपन उत्पन्न होता है, उसके अन्य साथी समझ जाते हैं कि उनका साथी कहां पर है. और अगर कोई साथी हाथी किसी संकट में फंसा होता है तो वह अपने पैरों से विशेष प्रकार से जमीन पर प्रहार करता है, मीलों दूर उसके साथ समझ जाते हैं कि उनका साथी कहीं संकट में है. और हाथी का पूरा झुंड घटनास्थल पर पहुंच कर साथी हाथी को बचा लेते हैं. मादा हाथी अपने बच्चे को दूसरे भूखे पशुओं से बचाने के लिए भी इस शक्ति का इस्तेमाल करती हैं.