आचार्य चाणक्य की नीतियां हर कालखंड में प्रभावशाली रही हैं. फिर वह चाहे राजतंत्र की बात हो, अर्थतंत्र की बात हो अथवा आम व्यक्ति के बारे में हो. इसी तरह जीवन में सफलता हासिल करने के बारे में भी चाणक्य ने काफी कुछ लिखा है. उनके अनुसार सफलता तीन प्रकार की होती है.
* जो सलाह की शक्ति से प्राप्त किया जा सकता है, वह सलाह द्वारा सफलता है
* जो शक्ति द्वारा प्राप्त किया जा सकता है वह शक्ति द्वारा सफलता है
* जो ऊर्जा द्वारा प्राप्त किया जा सकता है, वह ऊर्जा द्वारा सफलता है
सलाह से सफलता प्राप्त करना!
बहुत सारे लोग, जो तमाम तरह की कोशिश करते रहते हैं, इसके बावजूद उन्हें सफलता हासिल नहीं होती. अंततः वे हथियार डाल देते हैं कि शायद उनका भाग्य ही प्रबल नहीं होगा. लेकिन इसके पीछे एक वजह यह भी हो सकती है कि उन्हें सही सलाह देने वाला व्यक्ति ही नहीं मिला होगा. चाणक्य कहते हैं कि इस संदर्भ में मुझे एक विदेशी व्यक्ति की याद आती है, जो अपना खुद का व्यापार शुरू करना चाहता था, लेकिन दो साल बाद भी वह व्यवसाय शुरू नहीं कर सका. अंततः निराश होकर किसी की सलाह पर वह एक कानूनी सलाहकार के पास गया. वहां उसे कुछ टिप्स मिले, और उसका व्यवसाय शुरू हुआ. चाणक्य बताते हैं कि किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले, उससे संबंधित विशेषज्ञों को सुनना और सीखना महत्वपूर्ण होता है. यह भी पढ़ें : Utpanna Ekadashi 2023 Wishes: उत्पन्ना एकादशी पर ये WhatsApp Messages और ये HD Wallpapers भेजकर दें शुभकामनाएं
शक्ति से सफलता प्राप्त करना!
संगठन में शक्ति होती है, चाणक्य के अनुसार जब हम अपनी लड़ाई अकेले लड़ते हैं तो जीतने की संभावना कम हार की ज्यादा होती है. यहां शक्ति का आशय सहयोग की शक्ति से है. इस संदर्भ में चाणक्य ने एक मित्र की चर्चा करते हुए बताया, मेरा मित्र राजनीति में अपनी जड़ें जमाना चाहता था. उसे यह समझने में काफी समय लगा कि राजनीति कैसे की जाती है. उन्होंने माना कि अगर उसके पास कोई गॉडफादर होता. उन्होंने महसूस किया कि जीवन में यदि किसी शक्तिशाली व्यक्ति का सहयोग मिलता है तो सफलता अवश्य मिलती है, फिर वह चाहे राजनीति हो अथवा कोई और क्षेत्र हो.
ऊर्जा से सफलता प्राप्त करना!
कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो सलाह अथवा शक्ति से सफलता हासिल करने से चूक गए हों, फिर भी पूरी ऊर्जा से अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रयासरत रहते हैं. ऐसे लोगों में कभी भी हार नहीं मानने का जज्बा होता है. उनके लिए जीवन का यह आशय नहीं है कि कोई कितनी बार असफल होता है. उसके मन में यह धारणा पुख्ता रहती है, कि उसके लिए सफलता बस एक कदम दूर है. वह अपनी गलतियों से, किताबों से, मिलने वाले लोगों से सबक सीखते हैं. ऐसे लोग जीवन को एक यात्रा की तरह मानते हैं.