दुनिया में ऐसे लोगों की कमी नहीं है, जो खानपान के मामलों में भी रंगों के आधार पर मीन-मेख निकालते हैं. काली वस्तुएं ना खाने के सबके अपने-अपने रिजन होते हैं, लेकिन उन्हें शायद यह नहीं पता कि प्रकृति प्रदत्त ये काले फूड स्वादिष्ट होने के साथ-साथ तमाम पौष्टिक तत्वों से भरपूर भी होते हैं. आज हम इन्हीं ब्लैक फूड की खासियतों के बारे में जानेंगे कि ये हमारी सेहत के लिए कितने कमाल के हैं.
काला जामुन कई रोगों की औषधि
काले जामुन में लगभग वे सभी आवश्यक लवण मौजूद होते हैं, जिनकी जरूरत हमारे शरीर को होती है. जामुन में भरपूर मात्रा में ग्लूकोज और फ्रुक्टोज पाया जाता है. पाचन क्रिया सुचारु रूप से हो इसके लिए प्रतिदिन एक जामुन अवश्य खाना चाहिए. मधुमेह के रोगियों के लिए भी यह रामबाण माना जाता है. जामुन के बीज सुखाकर पीसें और इसका आधा चम्मच पाउडर प्रतिदिन पानी के साथ लें. मधुमेह से राहत मिलती है. दस्त से त्रस्त व्यक्ति अगर सेंधा नमक के साथ जामुन खाये तो दस्त से आराम मिलता है. खूनी दस्त में भी जामुन के बीज फायदेमंद साबित होते हैं.
एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर ब्लैक स्ट्राबेरी
स्ट्राबेरी और ब्लूबेरी की तरह ब्लैकबेरी भी सेहत और सौंदर्य के लिए बहुत गुणकारी है. यह महिलाओं के लिए बहुत लाभकारी है. ब्लैक बेरी उन महिलाओं को नियमित रूप से लेना चाहिए, जो अनियमित पीरियड्स की समस्या से त्रस्त होती हैं, क्योंकि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में उपस्थित होते हैं. इनका सेवन विविध भाँति से किया जा सकता है. मसलन फ्रूट सलाद, रायता, डेजर्ट अथवा पैनकेक आदि में इनका उपयोग कर सकते हैं. यह भी पढ़ें : नपुंसकता की समस्या को दूर करने का कारगर इलाज है यह प्याज, रोमांस बढ़ाने के लिए जरूर करें इसका सेवन
छोटे काले तिल के बड़े-बड़े गुण
काले रंग के इस छोटे से बीज में कितने पौष्टिक तत्व मौजूद हैं, इसकी कल्पना नहीं की जा सकती. इसमें फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम, जिंक, कॉपर, सेलेनियम और विटमिन-E भरपूर मात्रा में होते हैं. काले तिल का पूरी सर्दी भर इस्तेमाल करने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है. काले तिल का सेवन तिल के लड्डू, चिक्की, या अंकुरित करके खाया जा सकता है. इसके अलावा इन्हें विभिन्न व्यंजनों में भी शामिल किया जा सकता है.
फुल बॉडी की जतन करता है काला जैतून
काला जैतून एंटी-इंफ्लेमेट्री और दर्द निवारक का काम करता है. यह पावरफूड धमनियों को अवरुद्ध होने से बचाता है, तथा आंखों, त्वचा और बालों के लिए भी अच्छा माना जाता है. इसमें फाइबर अधिक होता है. पुरुषों को प्रतिदिन लगभग 40 ग्राम और 50 साल तक की महिलाओं को प्रतिदिन 25-30 ग्राम काले जैतून का सेवन करना चाहिए. इसमें उपस्थित फाइबर रक्त में कोलेस्ट्रॉल और ग्लूकोज लेवल को कम करता है. यह आंतों को सेहतमंद एवं ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है तथा कोलेस्ट्रॉल के स्तर को मेंटेन रखता है.
काला सेम (Black Beens) विभिन्न तत्वों से भरपूर
ब्लैक बीन्स (काला सेम) बेहद पौष्टिक आहार है. इसमें प्रोटीन्स, कैल्शियम, आयरन, सोडियम, कॉपर, मैग्नीशियम, मैग्नीज़, फॉस्फोरस और जिंक प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. इसके सेवन से हड्डियां मजबूत होती है. इसके अलावा इसमें फाइबर, फोलेट, फाइटोन्यूट्रिएंट्स, पोटैशियम और विटमिन बी-6 भी मौजूद होता है, जो दिल को सेहतमंद रखने के साथ कोलोरेक्टल कैंसर के जोखिम को भी कम करता है.
काला चावल (Black Rice) फैट घटाता है, खून साफ करता है!
काले चावल में विटामिन B, विटामिन E के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन तथा जिंक आदि प्रचुर मात्रा में मिलते हैं. ये तत्व मानव शरीर मे एंटी ऑक्सीडेंट का काम करते है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह चावल कैंसर एवं मधुमेह रोग में उपयोगी माना जाता है. इसके सेवन से रक्त शुद्ध होता है. काले चावल के नियमित सेवन से चर्बी कम होती है और पाचन शक्ति सुचारु होता है. इसका इस्तेमाल पुड़िंग, दलिया या खीर आदि में किया जा सकता है.