नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभूतपूर्व समर्थन के साथ लोकसभा से महिला आरक्षण से जुड़े विधेयक के पारित होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम के साथ नए सदन की शानदार शुरुआत हुई है और इससे महिलाओं के नेतृत्व में विकास को अभूतपूर्व गति मिलने वाली है.
उन्होंने कहा कि इसे जिस प्रकार से सभी राजनीतिक दलों का ऐतिहासिक समर्थन मिला है, वह विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा. Women Reservation Bill: लोकसभा से पारित हुआ महिला आरक्षण विधेयक, कांग्रेस ने की तुरंत लागू करने की मांग तो बीजेपी ने दिलाई संविधान और पारदर्शिता की याद
प्रधानमंत्री ने बिल के समर्थन में मतदान करने वाले सभी पार्टियों के सांसदों का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद भी कहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर हिंदी भाषा में पोस्ट कर कहा, "नारी शक्ति वंदन अधिनियम के साथ नए सदन की शानदार शुरुआत हुई है. इससे महिलाओं के नेतृत्व में विकास को अभूतपूर्व गति मिलने वाली है. इसे जिस प्रकार से सभी राजनीतिक दलों का ऐतिहासिक समर्थन मिला है, वह विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा. मैं सभी सांसदों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं."
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर अंग्रेजी भाषा में पोस्ट कर लिखा, "इस अभूतपूर्व समर्थन के साथ लोकसभा में संविधान (एक सौ अट्ठाइसवां संशोधन) विधेयक, 2023 पारित होने पर खुशी हुई. मैं सभी पार्टियों के सांसदों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इस विधेयक के समर्थन में मतदान किया. नारी शक्ति वंदन अधिनियम एक ऐतिहासिक कानून है जो महिला सशक्तिकरण को और बढ़ावा देगा और हमारी राजनीतिक प्रक्रिया में महिलाओं की और भी अधिक भागीदारी को सक्षम करेगा."
लोकसभा ने बुधवार को दिनभर चली चर्चा के बाद महिला आरक्षण से जुड़े संविधान (128 वां संशोधन) विधेयक-2023 को भारी बहुमत से पारित कर दिया है. लोकसभा और देश की विधानसभाओं में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने वाले विधेयक 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम -2023 ( 128 वां संविधान संशोधन) के पक्ष में लोकसभा के 454 सांसदों ने वोट दिया वहीं 2 सांसदों ने बिल के खिलाफ अपना वोट दिया. बताया जा रहा है कि ओवैसी सहित उनकी पार्टी के दो सांसदों ने बिल के खिलाफ वोट दिया.