Amravati Shocker: अमानवीयता की हदें पार! जादू टोने के आरोप में 77 साल की बुजुर्ग महिला को नग्न करके कालिख पोतकर गांव में घुमाया, पेशाब पिलाया; अमरावती के चिखलदरा के रेटयाखेड़ा गांव की घटना
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अमरावती,महाराष्ट्र: अमरावती जिले के चिखलदरा तहसील के रेटयाखेड़ा गांव में जादू-टोना के संदेह में एक 77 वर्षीय महिला को पूरे गांव में नग्न कर घुमाया गया. इस घटना के दौरान पूरा गांव केवल तमाशबीन बनकर देखता रहा.इस घटना के बाद एक बार फिर महाराष्ट्र राज्य में अंधविश्वास को बढ़ावा मिला है. जानकारी के मुताबिक़ बुजुर्ग महिला को जादू टोने के आरोप में पहले पीटा गया और इसके बाद उसको गांव में घुमाया गया. ये घटना 30 दिसंबर की है, लेकिन इसका खुलासा 17 जनवरी को हुआ है.

गांव के लोगों ने बुजुर्ग के साथ ऐसा बर्ताव किया जो कोई किसी जानवर के साथ भी नहीं करेगा. गांव के लोगों ने महिला के चेहरे पर कालिख पोती इसके बाद इसको पेशाब पिलाया गया और इसके बाद इसे मिर्ची की धुनी दी गई, इसके गले में जूतों का और चप्पलों का हार पहनाकर पुरे गांव में घुमाया गया. इस घटना के बाद पुलिस ने कई लोगों पर मामले दर्ज किए है. लेकिन जादू टोने के अंतर्गत लोगों पर मामला दर्ज नहीं किया गया है. बुजुर्ग के परिजनों ने मांग कि है की आरोपियों पर जादू टोने के अंतर्गत मामला दर्ज किया जाएं.ये भी पढ़े:VIDEO: आगरा में हो रहा है जादू टोना, वकील की कार पर फोटो रखकर सिंदूर से बनाया क्रॉस, नागरिकों में दहशत, वीडियो आया सामने

क्या है पूरा मामला

 

पीड़ित की पहचान कलमी नंदूराम शेलूरकर (77 वर्ष) के रूप में हुई है. कलमी रेटयाखेड़ा स्थित घर में अकेली रहती थी. बेटा राजकुमार और उसकी पत्नी शामू गांव से बाहर काम करते थे. जबकि उनके दो बच्चे पढ़ाई के लिए हॉस्टल में रहते हैं. 30 दिसंबर की सुबह चार बजे महिला उठी और अनुष्ठान के लिए चली गई.इसी समय पड़ोस में रहने वाले सैबू चतुर और उसकी पत्नी को महिला मिली और उन्होंने उसे पकड़ लिया और पुलिस पाटिल बाबू जामुनकर को बुलाया. उन्होंने कलमी पर हमारे घर के पास जादू-टोना करने का आरोप लगाया.

बाबू जामुनकर ने उसे डंडे से पीटना शुरू कर दिया.इसके बाद सायबू चतुर, साबूलाल चतुर, रामजी चतुर समेत अन्य ग्रामीणों ने महिला की लातों और मुक्कों से पिटाई की और महिला को रस्सी से बांधा गया और लोहे की चेन से उसे दागा गया.इसके बाद महिला को मिर्ची की धुनी दी गई. उसके गले में जूतों का हार पहनाया गया और उसे मानवी पेशाब पिलाया गया और पुरे गांव में उसे घुमाया गया. इस दौरान पूरे गांव के  लोग देखते रहे, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. गांव के पुलिस पाटिल बाबुभाई नाम के शख्स ने इस अमानवीय हरकत को अंजाम दिया.

शिकायत करने के बाद घटना का खुलासा हुआ

महिला और उसका परिवार 6 जनवरी को चिखलदरा पुलिस स्टेशन गए और शिकायत दर्ज कराई. लेकिन पुलिस ने सिर्फ मारपीट का मामला दर्ज किया. पीड़ित राजकुमार शेलुकर और शामू शेलुकर ने  घटना की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की. इसके बाद एसपी ने इस मामले में हस्तक्षेप किया. बुजुर्ग महिला के साथ मारपीट होने के बाद वह अपनी बेटी के घर चली गई थी. बताया जा रहा है की महिला के खेत में आरोपी पुलिस पाटिल ने अतिक्रमण करके आंगनबाड़ी बनाई है, ऐसा आरोप महिला के बेटे ने किया है.

बुजुर्ग महिला की शिकायत पर चिखलदरा पुलिस ने भारतीय दंड संहिता के तहत कई मामले दर्ज किए हैं. लेकिन जादू-टोना कानून के तहत कोई अपराध दर्ज नहीं किया जा सकता.पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद ने बताया कि मामले की गहनता से जांच की जाएगी और उसके बाद जादू-टोने  से संबंधित मामला दर्ज किया जाएगा.