नई दिल्ली: राजधानी सहित समूचे उत्तर भारत में इस बार नए साल पर ठंड और शीतलहर (Cold wave) का कहर और बढ़ने वाला है. जम्मू- कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में हुई ताजा बर्फबारी से मैदानों में भी ठंड बढ़ गई है. इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कहा है कि उत्तर भारत में मंगलवार से घने कोहरे के साथ भीषण शीतलहर का प्रकोप बढ़ेगा. यह पूर्वानुमान ऐसे समय में आया है जब उत्तर प्रदेश और पंजाब सहित क्षेत्र में कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया जा रहा है. यानी अभी इन इलाकों में ठंड और बढ़ेगी. मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली समेत मैदानी इलाकों में पारा अभी और गिरेगा.
मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिमी हिमालय से उत्तर की ओर चलने वाली हवाएं उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस तक की कमी ला सकती हैं. आईएमडी ने हेल्थ वार्निंग जारी की है. मौसम विभाग के अनुसार, ठंड के लंबे समय तक संपर्क में रहने पर फ्लू, नाक बहने जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है. विभाग ने कहा कि यदि शरीर कांपना शुरू हो जाता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और प्रभावित व्यक्ति को तुरंत गर्माहट दी जानी चाहिए. उत्तर भारत में शीतलहर के पूर्वानुमान के बीच मौसम विभाग ने दी शराब से तौबा करने की सलाह.
आईएमडी ने अपनी हेल्थ वार्निंग में कहा, "लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने के कारण फ्रॉस्टबाइट हो सकता है. इसमें त्वचा पेल, कठोर और सुन्न हो जाती है और शरीर के कई हिस्सों में काले छाले हो जाते हैं ये लक्षण अंगुलियों, पैर की उंगलियों, नाक या कान पर दिखाई देते हैं. गंभीर फ्रॉस्टबाइट को तत्काल चिकित्सा और उपचार की आवश्यकता है."
IMD ने ठंड में फ्रॉस्टबाइट से बचने के लिए कुछ उपाय सुझाए हैं.
- अपनी त्वचा को नियमित रूप से तेल / क्रीम से मॉइस्चराइज़ करें
- विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं और पर्याप्त इम्युनिटी बनाए रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें
- शराब का सेवन न करें, यह आपके शरीर के तापमान को कम करता है
- बाहरी गतिविधियों से बचें या सीमित करें
- शरीर को गर्म रखें. ठंड से बचने के लिए गीले कपड़े, जूते आदि को तुरंत बदलें.
- फ्रॉस्टबाइट पर गुनगुने पानी से धीरे-धीरे शरीर के प्रभावित हिस्से को गर्म करें, त्वचा को सख्ती से न रगड़ें.
- यदि प्रभावित त्वचा का क्षेत्र काला पड़ जाए, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें.
- विषाक्त धुएं से बचने के लिए हीटर का उपयोग करते समय वेंटिलेशन बनाए रखें.
- इलेक्ट्रिक और गैस हीटिंग उपकरणों का उपयोग करते समय सुरक्षा उपाय करें.
सोमवार रात या मंगलवार से पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में "शीत लहर" से "गंभीर शीत लहर" की स्थिति होने का अनुमान है. राजस्थान में मंगलवार या बुधवार से शीतलहर का प्रकोप बढ़ेगा. 30 दिसंबर से उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में अलग-अलग हिस्सों में "शीत लहर" की स्थिति होने की संभावना है.