Veer Savarkar Jayanti 2020: PM मोदी और उप राष्ट्रपति वैंकया नायडू समेत इन राजनेताओं ने विनायक दामोदर सावरकर को उनकी जयंती पर किया याद
वीर सावरकर (Photo Credits-savarkar.org)

स्वतंत्रता सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी नेता वीर सावरकर (Veer Savarkar) की जयंती के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Modi) समेत देश के कई बड़े नेताओं ने ट्वीट कर उन्हें याद किया. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि वीर सावरकर को हम उनकी जयंति पर नमन करते हैं। वह एक मजबूत भारत के लिए साहस, देशभक्ति और प्रतिबद्धता का प्रतीक हैं. वहीं उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू ने भी वीर सावरक को नमन किया. इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा कि वीर सावरकर भारत माता के ऐसे सपूत थे जिन्होंने अदभुत जीवट और राष्ट्रप्रेम का परिचय देते हुए इस देश को आज़ाद कराने में बड़ी भूमिका निभाई. उन्होंने एक भारत और मज़बूत भारत की कल्पना की जिसे साकार करने का संकल्प हर भारतीय के मन में है. सावरकरजी की जयंती पर मैं उन्हें नमन करता हूं.

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि सावरकर जी एक महान देशभक्त ,एक बहुत निराले साहित्यकार थे, भाषा शुद्धि का काम और समाज सुधारने के लिए उन्होंने नींव का पत्थर का काम किया है. सावरकर जी पीढ़ी दर पीढ़ी प्रेरणा देते रहेंगे. वीर सावरकर की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन. बता दें कि वीर सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 में नासिक (महाराष्ट्र) के भगुर गांव में हुआ था. मां का नाम राधाबाई सावरकर (Radhabai Savarkar) और पिता दामोदर पंत सावरकर थे, उनके माता-पिता की चार संतानें थीं, जिसमें तीन भाई और एक बहन थीं. यह भी पढ़ें:- Veer Savarkar Jayanti 2020: विनायक दामोदर सावरकर के क्रांतिकारी जीवन से जुड़ी कुछ अनसुनी बातें.

प्रधानमंत्री नरेंद्र ने ट्वीट कर किया नमन:-

उपराष्ट्रपति वैंकया नायडू ने किया नमन:-

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया याद:- 

मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने किया नमन:- 

विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) ब्रिटिश हुकूमत से आजादी दिलाने वाले तमाम क्रांतिकारियों में अकेला ऐसा सिपाही जिसने सर्वप्रथम विदेशी कपड़ों की होली जलाई थी. यही नहीं नासिक के कलेक्टर जैकसन की हत्या के लिए षड़यंत्र रचने का आरोप लगाकर सावरकर को 7 अप्रैल 1911 को काला पानी की सजा सुनाकर पोर्ट ब्लेयर स्थित सेलुलर जेल भेजा गया था. सावरकर 4 जुलाई, 1911 से 21 मई, 1921 तक पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में रहे.आज वीर दामोदर सावरकर के बलिदानों को याद करते हुए उन्हें पूरा देश याद कर रहा है.