COVID-19: अब पर्यटन स्थलों पर हालात बिगड़ते है तो डीएम होंगे जिम्मेदार- उत्तराखंड सरकार ने दिया सख्त कार्रवाई का निर्देश
पर्यटन स्थलों पर कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन (Photo Credits: PTI)

देहरादून: कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन स्थलों पर भीड़भाड़ कम करने के लिए और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करवाने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए है. राज्य सरकार ने कहा कि यदि पर्यटन स्थलों में अभी स्थिति बिगड़ती है तो इसकी जिम्मेदारी जिलाधिकारी की होगी. उन्हें वीकेंड पर भीड़ रोकने के संबंध में निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है. साथ ही डीएम को नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है. Maharashtra: कोविड प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद लोनावला में पर्यटकों की धूम, पुलिस कर्मियों ने इस तरह करवाए कोरोना का नियमों का पालन, देखें वीडियो

उल्लेखनीय है कि कोरोना प्रतिबंधों में ढील मिलने के बाद से हिल स्टेशन और पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भारी भीड़ देखी जा रही है. हाल ही में केंद्र सरकार ने इस संबंध में सख्त कदम उठाने के लिए राज्यों को कहा है. जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आज कहा कि हिल स्टेशन और बाज़ारों में बिना मास्क और प्रोटोकॉल का पालन किए बिना भारी भीड़ का उमड़ना चिंता का विषय है. अब तक कई ऐसे वीडियो सामने आ चुके है, जिसमें पर्यटक कोरोना प्रोटोकॉल का खुलेआम उल्लंघन कर रहे है.

केंद्रीय गृह सचिव ने शनिवार को बैठक लेते हुए हिल स्टेशनों और पर्यटन स्थलों पर कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकारों की ओर से उठाए कदमों की समीक्षा की. इस बैठक के दौरान गोवा, हिमाचल प्रदेश, केरल, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के समग्र प्रबंधन की ताजा स्थिति पर चर्चा की गई. केंद्रीय गृह सचिव ने हिल स्टेशनों और अन्य पर्यटन स्थलों में कोविड-उपयुक्त व्यवहार की घोर अवहेलना को दर्शाने वाली मीडिया रिपोट के मद्देनजर लोगों से सावधानी बरतने को कहा. टूरिज्म और तीर्थयात्राओं से बढ़ा कोरोना की तीसरी लहर का खतरा, IMA ने कहा- लापरवाही पड़ेगी भारी

उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि कोविड की दूसरी लहर का कहर अभी खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने यह भी कहा कि राज्यों को अपनी ओर से पहल करते हुए लोगों द्वारा मास्क पहनने, सामाजिक दूरी, और अन्य सुरक्षित व्यवहार के संबंध में निर्दिष्ट प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करना चाहिए.

यह पाया गया कि कोविड की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने की गति देश के विभिन्न राज्यों में एक जैसी नहीं है. इसके साथ ही यह भी पाया गया कि वैसे तो कोविड पॉजिटिव मामलों की समग्र दर संभवत: घटती जा रही है, लेकिन राजस्थान, केरल, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों में कोविड पॉजिटिव मामलों की दर 10 प्रतिशत से अधिक है, जो निश्चित तौर पर चिंता का विषय है. (एजेंसी इनपुट के साथ)