गुरुग्राम, 11 सितम्बर : गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल के एक डॉक्टर ने पत्नी और ससुराल वालों से तंग आकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. पुलिस ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी. दो हफ्ते बाद घर से एक सुसाइड नोट बरामद होने के बाद आत्महत्या करने की वजह का खुलासा हुआ. मृतक के परिजनों ने मामले की शिकायत पत्नी व ससुराल वालों के खिलाफ पुलिस को दी थी. गांव झंझरोला निवासी शिकायतकर्ता ओम सिंह ने पुलिस को बताया कि उसका पुत्र रविंदर गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में डॉक्टर था.
सिंह ने पुलिस को बताया, "मेरे बेटे की शादी अलवर की रहने वाली मनीषा से जनवरी 2015 में हुई थी. 26 अगस्त को मानसिक तनाव के चलते रविंदर ने जहरीला पदार्थ निगल लिया था. अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के बाद परिवार के सदस्यों को सौंप दिया. मैंने उस समय कोई शिकायत दर्ज नहीं की थी." सिंह ने अपनी शिकायत में कहा कि रविंदर की मौत के 14 दिन बाद जब वह अपना सामान अलग कर घर की सफाई कर रहा था, तो रविंदर के सूटकेस में एक डायरी मिली जिसमें सुसाइड नोट था. यह भी पढ़ें : देवेंद्र फडणवीस ने एमवीए सरकार पर पुलिस विभाग में दखलअंदाजी करने का आरोप लगाया
सिंह ने अपनी पुलिस शिकायत में यह बात कही, "सुसाइड नोट में रविंदर ने लिखा था कि उसके ससुराल वाले उसे परेशान कर रहे हैं, जिसके कारण वह आत्महत्या कर रहा है. उसने अपनी मौत के लिए अपनी पत्नी मनीषा, सास कमलेश, मनीषा की मौसी सुमन और सूरत को भी जिम्मेदार ठहराया." इसके बाद, सिंह ने शिकायत दर्ज की और पुलिस को सुसाइड नोट सौंप दिया, जिसने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है.