UP: उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का बड़ा बयान, कहा- जिनको नहीं मिल रहा है भाजपा का टिकट , सपा में शामिल हो रहे हैं वही नेता
स्‍वतंत्र देव सिंह (Photo Credits: Facebook)

नई दिल्ली: एक के बाद एक योगी सरकार (Yogi Government) के मंत्री और भाजपा (BJP) के विधायक लगातार इस्तीफा दे रहे हैं. भाजपा छोड़ने वाले इन सभी नेताओं के समाजवादी पार्टी (SP) में शामिल होने की संभावनाओं के बीच भाजपा ने अब मान-मनौवल के तमाम प्रयासों को बंद करते हुए इन नेताओं के खिलाफ सीधा मोर्चा खोल दिया है. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने दावा किया कि इन लोगों को भाजपा टिकट नहीं देने जा रही थी, इसलिए ये तमाम लोग भाजपा को छोड़ कर सपा की तरफ जा रहे हैं. इसके साथ ही उन्होने पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं के पिछड़ा वर्ग राग को लेकर भी निशाना साधा है. UP Assembly Elections 2022: सीएम योगी आदित्यनाथ को अयोध्या सीट उतारने पर विचार कर रही है बीजेपी, अंतिम निर्णय सीईसी लेगी

आपको बता दें कि , यूपी भाजपा कोर ग्रुप और केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के लिए स्वतंत्र देव सिंह पिछले 3 दिनों से दिल्ली में ही हैं और लगातार इन बैठकों में शामिल भी हो रहे हैं. ऐसे में यह माना जा सकता है कि उनके इस हमले के पीछे पार्टी आलाकमान की भी सहमति है.

स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी छोड़ कर जाने वाले नेताओं के साथ-साथ अखिलेश यादव पर भी निशाना साधते हुए ट्वीट किया, जिन्हें डबल इंजन की ट्रेन का टिकट नहीं मिल रहा उन्हें अपने डग्गामार वाहन का 'ब्लैक' में टिकट दे रहे हैं टीपू सुल्तान !

इससे कुछ घंटे पहले पार्टी छोड़ कर जाने वाले नेताओं के ओबीसी राग पर कटाक्ष करते हुए उन्होने ट्वीट कर कहा , ओबीसी समाज को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक प्रतिनिधित्व जितना भाजपा में मिला है उतना किसी सरकार में नहीं मिला. हमारे लिए 'पी' का अर्थ 'पिछड़ों का उत्थान' है. कुछ लोगों के लिए 'पी' का अर्थ सिर्फ 'पिता-पुत्र-परिवार' का उत्थान होता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुछ तस्वीरों को शेयर करते हुए सिंह ने उन्हे ओबीसी वर्ग का सबसे बड़ा हितैषी बताते हुए दावा किया कि मोदी के दिल में इस देश का गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ा बसता है. विपक्ष ने समाज के जिन वर्गों का केवल शोषण किया, उन्हें प्रधानमंत्री मोदी ने अपना मान कर गले से लगाया, सम्मानित किया और सशक्त किया.

उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में ओबीसी मतदाता सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसलिए अखिलेश यादव भी भाजपा के ज्यादा से ज्यादा ओबीसी नेताओं को तोड़ने के मिशन में लगे हुए हैं. वहीं ओबीसी मतदाताओं के बल पर पिछले चुनावों में ऐतिहासिक कामयाबी हासिल कर चुकी भाजपा अपनी सरकार के फैसलों और सरकार में शामिल ओबीसी मंत्रियों की संख्या का जिक्र करते हुए ओबीसी मतदाताओं को संदेश देने की कोशिश कर रही है.

मोदी सरकार द्वारा राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने के निर्णय को एक बार फिर से ऐतिहासिक फैसला बताते हुए भाजपा ने विरोधी दलों पर निशाना साधते हुए यह कहा कि कांग्रेस और उसकी सरकार में भागीदार रही सपा और बसपा ने इसे 7 दशकों तक लटकाए, अटकाए और भटकाए रखा लेकिन मोदी सरकार ने सत्ता में आते ही इस मांग को पूरा कर दिया.