लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 7 महीने के लंबे समय बाद सोमवार से कक्षा 9 से 12 तक के लिए स्कूल खुल गए हैं. हालांकि बच्चे अभिभावकों की सहमति से ही स्कूल आ सकेंगे. स्कूल आने के लिए छात्रों को बाध्य नहीं किया जाएगा. कोविड-19 संक्रमण के कारण स्कूल मार्च से बंद थे. स्कूलों को फिर से खोलने के लिए सरकार ने एसओपी तैयार की है. अभिभावकों की अनुमति से ही बच्चे स्कूल में आ सकेंगे. सिर्फ वही स्कूल खोले जाएंगे जो कंटेनमेंट जोन से बाहर होंगे. इसके अलावा किसी भी छात्र, शिक्षक या अन्य कर्मचारियों में सर्दी या बुखार के लक्षणों दिखने पर उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया जाएगा.
राजधानी लखनऊ (Lucknow) के सिटी मोन्टेसरी स्कूल (City Montessori School) की प्रिंसिपल वीरा हजेला (Veera Hajela) ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा, "हम उन्हें वापस पाकर खुश हैं. छात्रों के बिना, स्कूल सिर्फ 4 दीवारों में सिमट गया था. हम सभी # COVID19 प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं." School Reopen: देश के इन राज्यों में आज से खुल रहे हैं स्कूल, यहां जानें क्या हैं नियम.
लखनऊ में खुले स्कूल:
Lucknow: Schools re-open for students of Class 9th-12th after 7 months amid #COVID19 pandemic.
"We're are happy to have them back. Without students, school was just reduced to 4 walls. We are following all #COVID19 protocols," says Veera Hajela, Principal, City Montessori School pic.twitter.com/1AfxT3A7jr
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2020
गाजियाबाद में स्कूल भी कक्षा 9 वीं -12 वीं के छात्रों के लिए स्कूल फिर से खुल गए हैं. एक प्राइवेट स्कूल के मैनेजर, पी एस गणेश ने कहा, "जिन छात्रों के पास उनके माता-पिता ने लिखित अनुमति दी थी, उन्हें प्रवेश की अनुमति दी गई. हम एक कक्षा में 20 से अधिक छात्रों को अनुमति नहीं दे रहे हैं."
गाजियाबाद:
Ghaziabad: Schools, except those in containment zones, reopen for students of Class 9th-12th, following #COVID19 norms
"Students, whose parents gave written consent, were permitted entry. We aren't allowing more than 20 students in a class," says P S Ganesh, a pvt school Manager pic.twitter.com/ipxCQhEWLA
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2020
गोरखपुर में स्कूलों में सख्त दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए क्लासेस चल रही है. लिटिल फ्लावर स्कूल के छात्रों के विजुअल्स न्यूज एजेंसी ANI ने शेयर किए हैं.
गोरखपुर:
Gorakhpur: Schools across the state re-open after 7 months, following strict #COVID19 guidelines.
Visuals from Little Flower School students attending classes while maintaining social distancing #UttarPradesh pic.twitter.com/2epJ7GBgtF
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2020
मुरादाबाद में भी स्कूलों में COVID-19 दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है. गांधी नगर पब्लिक स्कूल के विजुअल्स. इस स्कूल के शिक्षक स्कूल में मौजूद छात्रों को फिजिकली और अनुपस्थित छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ा रहे हैं.
मुरादाबाद:
Moradabad: Schools partially re-open for Class 9th-12th students under strict #COVID19 guidelines.
Visuals from Gandhi Nagar Public School of teachers conducting physical classes for students present in the school & online classes for those who are not attending the school pic.twitter.com/7gkkbCY0Pj
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2020
नोएडा सेक्टर 12 के एक सरकारी स्कूल के कक्षा 10 वीं के छात्र अमन ने कहा, "हमें अपने हाथों को साफ करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने और अन्य छात्रों के साथ पेन / कॉपी आदि साझा नहीं करने का निर्देश दिए गए है."
नोएडा:
Noida: Class 9th & 10th students of a govt school in Sector 12 attend classes after schools across the state re-opened today.
"We've been instructed to sanitize our hands, follow social distancing & not to share pen/copy etc. with other students," says Aman, Class 10th student pic.twitter.com/Rho3k9sTF4
— ANI UP (@ANINewsUP) October 19, 2020
इन नियमों का करना होगा पालन:
- यूपी में क्लासेस शिफ्टों में आयोजित की जाएंगी और COVID-19 के सभी प्रोटोकॉल का स्कूलों द्वारा पालन किया जाएगा.
- 50 प्रतिशत छात्रों को ही कक्षा में अनुमति होगी.
- किसी भी छात्र, शिक्षक या अन्य कर्मचारियों में सर्दी या बुखार के लक्षणों दिखने पर उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया जाएगा.
- किसी भी छात्र को स्कूल आने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.
सरकार द्वारा छात्रों के हित में लिए गए फैसले के बाद राज्य में सोमवार से 9 से 12 वीं तक के स्कूल खोल दिए गए हैं. वहीं कक्षा 8 और उससे नीचे के बच्चों के लिए ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी. सरकार द्वारा जरी दिशानिर्देशों के अनुसार कक्षाएं 2 पालियों में चलेंगी और माता-पिता से लिखित सहमति की आवश्यकता होगी.
सरकार के दिशानिर्देश में यह भी कहा गया है कि एक दिन में प्रत्येक कक्षा में अधिकतम 50 फीसदी विद्यार्थियों को ही बुलाया जाएगा. बाकी 50 फीसदी को विद्यार्थियों को अगले दिन बुलाया जाएगा.