Uttar Pradesh: रेपिस्ट की पहचान के लिए मृत बच्ची का होगा डीएनए टेस्ट
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS)

रामपुर 16 सितम्बर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में एक नाबालिग दलित लड़की ने दो दिन पहले एक मृत बच्ची को जन्म दिया था. बच्चे के शव को दफनाने के बाद, पुलिस ने हाल में ही शव को फिर से बाहर निकाला, और उससे डीएनए लेकर सैंपलिंग के लिए भेजा है. डीएनए पुलिस को यह पता लगाने में मदद करेगा कि क्या आरोपी वास्तव में नाबालिग दलित लड़की का रेपिस्ट था, जिसका कथित तौर पर उसके द्वारा कई बार रेप किया गया था. यह भी पढ़े: UP Gang-Rape: किशोरी के सामूहिक बलात्कार के मामले में दो दोषियों को 20-20 साल कारावास की सजा

16 वर्षीय लड़की के परिवार के सदस्यों ने उस व्यक्ति, उसके चचेरे भाई और एक पड़ोसी पर उसके साथ बार-बार रेप करने का आरोप लगाया था. उन्होंने दावा किया कि लड़की के मृत बच्चे को जन्म देने के बाद, उन्होंने लड़की को कुछ लोगों की तस्वीरें दिखाईं और उसने बार-बार उस आदमी की ओर इशारा किया. पुलिस ने कहा कि फिलहाल फरार आरोपी का डीएनए टेस्ट भी उसके पकड़े जाने के बाद किया जाएगा. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. परिवार की शिकायत के बाद पुलिस ने उस व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (रेप के लिए सजा) और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था.

अजीम नगर पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) रवींद्र कुमार ने कहा कि अभी तक, आरोपी फरार है और उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं. लड़की की मानसिक स्थिति को देखते हुए, हम उसके बयान पर भरोसा नहीं कर सकते. इसलिए, हम डीएनए परीक्षण कर रहे हैं. बच्चे का नमूना, जिसका शरीर से एकत्र कर लिया गया है. दुष्कर्म पीड़िता ने दो दिन पहले सात माह की मृत बच्ची को जन्म दिया था. परिवार ने दावा किया कि उन्हें उसकी गर्भावस्था के बारे में पता नहीं था. उन्हें इस बात का पता तब चला जब लड़की ने शनिवार की रात पेट में तेज दर्द की शिकायत की और फिर घर में मृत बच्चे को जन्म दिया.