चंदौली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के चंदौली (Chandauli) में समाजवादी पार्टी के विधायक और कार्यकर्ताओं की रविवार को पुलिस से झड़प हो गई. धक्का-मुक्की भी हुई. यह घटना उस वक्त हुई जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां पर एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसके बाद पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए विधायक समेत दो को नामजद किया है. डेढ़ सौ आज्ञात लोगों पर एफआईआर भी की है. UP: सीएम योगी ने अखिलेश और मायावती पर बोला हमला कहा- इन्होंने केवल अपना विकास किया
बलुआ थाना प्रभारी मिथलेश तिवारी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी जिले के रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम की तपोस्थली के शिलान्यास के लिए आए थे. विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को पत्रक सौंपने के लिए सपा कार्यकर्ता का समूह कार्यक्रम स्थल की ओर जा रहा था. एसडीएम और सीओ ने उन्हें लक्ष्मणगढ़ गांव के पास रोक दिया. सपा कार्यकर्ता नहीं मानें और पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़कर आगे बढ़ने लगे. इसी बीच पुलिस ने उन्हे काबू में करने की कोशिश की. इस दौरान सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायन सिंह यादव और सीओ ने उन्हें रोका. वह नहीं मानें. विधायक ने सीओ के सिर पर अपना सिर दे मारा और पुलिस की लाठी छीन ली. इससे मामला बिगड़ गया. मामले का वीडियो वायरल हो गया.
उन्होंने बताया कि पूरे प्रकरण में चंदौली पुलिस ने बलुआ थाना में सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण यादव व संतोष यादव समेत 150 से अधिक नामजद व अज्ञात लोगों पर मुकदमा पंजीकृत किया है. मामले की विवेचना हो रही है. जांच के बाद जो भी विधिक कार्रवाई की जाएगी.
मामले पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने संज्ञान लिया था. उन्होंने अपने आधिकारिक फेसबुक पर इसको लेकर कमेंट किया. इसे सपा का माफियाओं वाला चरित्र बताते हुए बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं. उपमुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा है कि चंदौली में पुलिसकर्मियों व डिप्टी एसपी के साथ अभद्रता व हाथापाई सपा का गुंडों, अपराधियों व माफियाओं वाले चरित्र को उजागर करता है. यह नई सपा नहीं वही सपा है.