लखनऊ: मानसून की शुरुआत के साथ ही उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में गंगा का जल स्तर बढ़ने लगा है. गंगा के बढ़ते जलस्तर ने प्रशासन के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है. नदी के रेत के किनारे दबे हुए शव अब प्रयागराज (Prayagraj) में पानी में तैर रहे हैं. जैसे-जैसे जल स्तर बढ़ रहा है, रेत के किनारे उखड़ रहे हैं और शव पानी में तैर रहे हैं. संदेह है कि ये शव कोरोना मरीजों के हैं. पिछले कुछ दिनों में पानी में शव तैरते देखने जाने की घटना में वृद्धि हुई है. UP: दूल्हे की नजर कमजोर होने के चलते दुल्हन ने किया शादी से इनकार, लड़की के पिता ने लगाया धोखा देने का आरोप, FIR दर्ज.
नगर निगम के जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने बताया, गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण तट पर दफनाए गए शव पानी से बाहर आ रहे हैं. उन्होंने कहा, ''गंगा के कटान से जो शव आ रहे हैं वे गंगा में बहने न पाएं इसलिए हम उनका हिंदू रिति के अनुसार अंतिम संस्कार कर रहे हैं.
शवों का किया जा रहा है अंतिम संस्कार
उत्तर प्रदेश: प्रयागराज में गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण तट पर दफनाए गए शव पानी से बाहर आ रहे हैं।
नगर निगम के जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने बताया, ''गंगा के कटान से जो शव आ रहे हैं वे गंगा में बहने न पाएं इसलिए हम उनका हिंदू रिति के अनुसार अंतिम संस्कार कर रहे हैं।'' pic.twitter.com/AHW1Zh2GLI
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 25, 2021
एनडीटीवी के अनुसार, प्रयागराज नगर निगम के एक जोनल अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने कहा, "हम सभी शवों का व्यक्तिगत रूप से अंतिम संस्कार कर रहे हैं और सभी अनुष्ठानों का पालन कर रहे हैं." उन्होंने मीडिया को बताया कि उन्होंने पिछले 24 घंटों में 40 शवों का अंतिम संस्कार किया था.
उन्होंने कहा, 'सभी शव 'डिकम्पोज' नहीं हुए हैं, कुछ शवों की स्थिति बताती है कि इन्हें हाल ही में दफनाया गया है.' एक मृत व्यक्ति के शव के मुंह में ऑक्सीजन ट्यूब देखे जाने संबंधी सवाल पर उन्होंने माना कि ऐसा लगता है कि मौत के पहले यह शख्स बीमार होगा.
प्रयागराज की मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने कहा कि जहां भी प्रशासन को नदी में शव मिलते हैं, उनका दाह संस्कार किया जा रहा है.