कोरोना संकट: अनलॉक 1.0 में किन बातों का रखना है विशेष ध्यान, जानें विशेषज्ञ से
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit- PTI)

सोमवार से देश में अनलॉक 1.0 के तहत कई छूट दी गई है.  जिसमें काफी कुछ खुल गया है, जैसे मंदिर, मॉल, आदि.  इतने दिन लॉकडाउन के बाद कोरोना ने काफी कुछ बदल दिया है. इस अनलॉक के बाद वापस उन्हीं गलियों और रास्तों से हो कर गुजरना है. लेकिन उन रास्तों पर चलते हुए सावधानी के साथ आगे बढ़ना है. खुद की सुरक्षा के साथ ही दूसरों का भी ध्यान रखना है. अनलॉक में क्या करना है और एक नई जीवनशैली को लेकर माइंड स्पेशियलिस्ट्स के निदेशक डॉ. अवधेश शर्मा कहते हैं कि लॉकडाउन ने हमें बहुत कुछ सिखाया है.

अब अनलॉक में उसे फॉलो करना है। करीब चार महीने के लॉकडाउन में जो भी समझा, जाना उनका पालन करना होगा.सोशल बनना है, लेकिन जैसे लॉकडॉाउन में रह कर मदद की और एक दूसरे का सहयोग किया वैसे ही करना है.  क्योंकि अभी कोरोना वायरस खत्म नहीं हुआ है। इसलिए कोरोना काल से पहले जो जीवन जिया उसे छोड़ना होगा और लॉकडाउन में जो समझाया गया उसमें ढलना होगा. यह भी पढ़े: Coronavirus in Pakistan: पाक सुप्रीम कोर्ट की इमरान सरकार को फटकार, कहा- कोरोनावायरस को गंभीरता से ले

जीवनशैली में लाना होगा थो़ड़ा बदलाव

उन्होंने कहा वायरस से अब डरना नहीं है क्योंकि इसके बारे में हमें बहुत कुछ पता है, कैसे यह संक्रमित करता है, कैसे खुद को बचाना है। शुरूआत में जब वायरस के बारे में कुछ नहीं पता था और बचाव से अनजान थे, इसलिए लॉकडाउन में इससे बचने के तरीके और तमाम इंतजाम किए गए। इसलिए तनाव न लें। कोई भी जवान, बुजुर्ग हो या अगर जो बीमार हैं या उन्हें पहले से कोई बीमारी है, तो भी डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि तनाव लेने और परेशान होने से शरीर की इम्यूनिटी कम होती है। इस बात का ध्यान रखना है कि बिना डरे एहतियात के साथ जीवन बिताएंगे तो इसकी आदत हो जाएगी और ये सामान्य हो जाएगा। सभी लोग मास्क , हैंड सेनिटाइजर , सोशल डिस्टेंसिग रखेंगे तो किसी में कोई खतरा नहीं होगा। इससे एक नए समाज की रचना होगी. जिसमें सभी वायरस के खिलाफ मिल कर खुद के साथ एक दूसरे की सुरक्षा करेंगे.

पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रा करने पर रखे सावधानी

अगर ऑफिस, दुकान या कोई सामान लेने बाहर जा रहे हैं या पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी बस, ऑटो का प्रयोग करते हैं तो चढ़ते वक्त हैंडल को पकड़ कर न चढ़ें। मास्क तो जरूरी है ही, अगर हो सके तो ग्लव्स भी पहन सकते हैं। ग्लव्स पहनते वक्त ये भी ध्यान रखना है कि कहीं ग्लव्स पहन कर भी अपने चेहरे पर हाथ तो नहीं लगा रहे हैं। या किसी को संपर्क न करें क्योंकि हाथ तो सुरक्षित है लेकिन हो सकता है वायरस ग्लव्स पर बैठा हो। इसके अलावा अगर किसी काम के लिए जा रहे हैं तो एक बार में ही कई काम निपटा ले, जिससे बार-बार न जाना पड़े। जहां तक संभव हो अगर बस, ऑटो भरी है तो इंतजार कर लें और दूसरे से जाएं.

करेंसी के प्रयोग में रहें सतर्क

इस दौरान डॉ अवधेश शर्मा ने लोगों को करेंसी नोट का प्रयोग करने में एहतियात पर कहा कि अगर नोट हाथों के संपर्क में आता है तो ध्यान रखें उस वक्त किसी और वस्तु को मत छुएं। किसी अन्‍य के संपर्क में भी नहीं आयें। अपने हाथ को चेहरे पर न ले जाएं. उससे पहले नोट रखकर हैंड सेनिटाइज कर लें। इन छोटी-छोटी सावधानियों से आप खुद का बचाव कर सकते हैं और धीरे-धीरे इसकी आदत हो जाएगी.

अनलॉक में भी इम्यूमनिटी का रखें ध्यान

साथ ही अलग लॉकडाउन में इम्यूनिटी बढ़ाने पर फोकस थे और सरकार की गाइडलाइन के अनुसार आहार ले रहे थे उसे अभी भी जरी रखना है। आयुष में कई चीजों के बारे में खाने की सलाह दी गई है. आयुष मंत्रालय की बेवसाइट पर पांच पद्धति के अनुसार खाने -पीने के बारे में बताया गया है. इसमें गिलोय, हल्दी, लौंग, काली मिर्च आदि के सेवन की सलाह दी गई है। लेकिन कई बार लोग बिना मात्रा के, बेहिसाब इसका सेवन करने लगते हैं, जो शरीर के लिए सही नहीं है. किसी भी चीज का सेवन करें, उसे उचित मात्रा में ही लें, जो भी निर्देश दिए गए हैं उनका पालन करें.इसके अलावा नींद अच्छी लें। इससे शरीर का तनाव दूर होता है और इम्यूनिटी बनी रहती है.