नई दिल्ली: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने बुधवार को कहा कि विमान सेवाओं को पूरी तरह से शुरू किये जाने पर फैसला कोविड-19 महामारी के स्थिति पर निर्भर करता है. उन्होंने ने बताया कि देश की कुछ एयरलाइंस कंपनियां 100 फीसदी के साथ उड़ान सेवाओं को खोलें जाने की मांग कर रही है. जबकि अन्य चाहते है कि इसे धीरे-धीरे पहले जैसा किया जाना चाहिए. जबकि केंद्र सरकार 80 फीसदी से अधिक विमान सेवाओं को शुरू करने को लेकर कोई निर्णय कोरोना वायरस के व्यवहार को देखकर ही लेगी. उड़ान परिचालन सामान्य होने के साथ किराया सीमा समाप्त होगी: नागर विमानन सचिव
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में यह बात कही है. कोरोना वायरस महामारी के चलते घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में उड़ान सेवा बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. मार्च-दिसंबर 2019 से मार्च-दिसंबर 2020 के बीच घरेलू यातायात 11,99,45,632 से घटकर 3,77,79,592 हो गया. जबकि मार्च-दिसंबर 2019 से मार्च-दिसंबर 2020 के बीच अंतर्राष्ट्रीय यातायात 1,96,64,179 से घटकर 18,55,033 हो गया.
On one hand, some of the carriers want us to open 100% while others would like us to take it slow. Our decision to raise it beyond 80% will depend on the behaviour of the virus: Union Civil Aviation Minister answers an MP's question 'Why are flights not operating up to 80%?' pic.twitter.com/XjxrGUsmhA
— ANI (@ANI) February 10, 2021
वहीं, जुलाई-सितंबर 2019 से जुलाई-सितंबर 2020 के बीच भारतीय वाहकों का राजस्व 22,547 करोड़ रुपए से घटकर 7,829 करोड़ रुपए हो गया. वित्तीय वर्ष 2019-20 से वित्तीय वर्ष 2020-21 के दौरान भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के हवाईअड्डों का राजस्व 12,837 करोड़ रुपए से घटकर लगभग 4,755 करोड़ रुपए का अनुमानित राजस्व हो गया.
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हरदीप सिंह पुरी ने हाल में बताया था कि 31 मार्च 2020 से 30 सितंबर 2020 तक एयरलाइंस में रोजगार 74,887 से घटकर 67,906 हो गया है. 31 मार्च 2020 से 30 सितंबर 2020 तक एयरपोर्ट में रोजगार 67,760 से घटकर 48,513 हो गया है. 31 मार्च 2020 से 30 सितंबर 2020 तक ग्राउंड हैंडलिंग एजेंसी में रोजगार 37,720 से घटकर 25,074 हो गया है. 31 मार्च 2020 से 30 सितंबर 2020 तक कार्गो प्रचालकों में रोजगार 9,555 से घटकर 9,385 हो गया है.
एयरलाइंस सेक्टर पर महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए केंद्र सरकार हर संभव प्रयास कर रही है. कोरोना संक्रमण की रफ़्तार कम होने के बाद घरेलू हवाई सेवाओं को अंशांकित तरीके से शुरू किया गया. शुरुआत में केवल एक तिहाई (33%) उड़ान सेवाओं को शुरू किया गया था. जिसे बाद में 26 जून 2020 से बढ़ाकर 45% और फिर 3 दिसंबर 2020 को 80% कर दिया गया है.
जबकि 29 जनवरी 2021 तक अफगानिस्तान, बहरीन, बांग्लादेश, भूटान, कनाडा, इथियोपिया, फ्रांस, जर्मनी, इराक. जापान, केन्या. कुवैत, मालदीव. नेपाल, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, कतर, रवांडा, तंजानिया, यूक्रेन. यूएई, यूके और यूएसए के लिए अस्थायी उड़ान सेवाओं की व्यवस्था की गई. जिनका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय यात्री सेवाओं को फिर शुरू करना है जबकि कोविड-19 के कारण नियमित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें निलंबित है इसके अतिरिक्त, मिशन वंदे भारत के तहत कई क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का प्रचालन किया जा रहा है.