
भुसावल, महाराष्ट्र: एक धार्मिक आयोजन की खुशियां उस वक्त मातम में बदल गईं जब जालना से अपने रिश्तेदारों के घर आए मामा और भांजे की तापी नदी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई.दोनों सुबह नहाने के लिए नदी में उतरे थे, लेकिन गहराई का अंदाजा न होने से हादसे का शिकार हो गए. इस घटना के बाद परिजनों और रिश्तेदारों का रो रोकर बुरा हाल है.
इस घटना ने कार्यक्रम की खुशियों को मातम में बदल दिया है.ये भी पढ़े:Video: उफनती नदी पार करना युवक को पड़ा महंगा, नदी में डूबने से हुई मौत, यवतमाल जिले के पूस नदी की घटना, वीडियो आया सामने
नदी की लहरों ने छीन ली दो जिंदगियां
मृतकों की पहचान रामराजे नंदलाल नातेकर (55 वर्ष) और आर्यन नितीन काळे (21 वर्ष) के रूप में हुई है. ये दोनों जालना जिले से अपने रिश्तेदार संदीप रणधीर के यहां देव पूजा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भुसावल आए थे. 21 मई की सुबह ये दोनों भुसावल शहर के राहुलनगर स्थित देवी मंदिर के पास तापी नदी में स्नान के लिए गए थे.
गहराई का नहीं था अनुमान, बचाने के प्रयास में दोनों डूबे
दोनों जैसे ही नदी में उतरे, उन्हें पानी की गहराई का अंदाजा नहीं लगा. आर्यन फिसला और गहरे पानी में जाने लगा. रामराजे उसे बचाने कूदे लेकिन वे खुद भी बहाव और गहराई में फंस गए. एक-दूसरे को बचाने की कोशिश में दोनों की जान चली गई.
रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल
जब यह हादसा हुआ तो कुछ देर तक किसी को भनक नहीं लगी.. लेकिन जब काफी देर तक दोनों नहीं लौटे, तो खोजबीन शुरू हुई. बाद में स्थानीय लोगों की मदद से दोनों को बाहर निकाला गया और तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.इस हादसे ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया है. पूजा-पाठ के माहौल में मातम छा गया है. रिश्तेदारों के अनुसार, रामराजे और आर्यन दोनों ही मेहनत-मजदूरी कर परिवार चलाते थे. उनका इस तरह चला जाना पूरे परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है.घटना की जानकारी मिलते ही भुसावल शहर पुलिस स्टेशन की टीम मौके पर पहुंची और मृतकों के परिजनों के बयान दर्ज किए.पुलिस ने घटना को दुर्घटनावश मृत्यु के रूप में दर्ज किया है. हालांकि, इस घटना के बाद स्थानीय प्रशासन से नदी किनारे सुरक्षा इंतजामों को लेकर सवाल भी उठ रहे हैं.