बेंगलुरु के महालक्ष्मी लेआउट इलाके में मंगलवार को एक ही परिवार के तीन सदस्य संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए. मृतकों की पहचान 70 वर्षीय यशोदा, उनके बेटे नरेश गुप्ता (36) और बेटी सुमना गुप्ता (41) के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मृतकों ने आत्महत्या की थी. मौत के सही कारण का अभी पता नहीं चल पाया है.
पुलिस के मुताबिक, यशोदा अपने बच्चों नरेश और सुमन के साथ रहती थी. नरेश ठेकेदार था और दोनों भाई-बहन अविवाहित थे. परिवार चार महीने पहले वर्तमान फ्लैट में शिफ्ट हुआ था. यशोदा के तीन बच्चे थे और एक और बेटी अपने पति के साथ राजाजीनगर इलाके में रहती थी. यशोदा के रिश्तेदारों ने उनकी दूसरी बेटी को उनके फोन कॉल नहीं उठाने के बारे में सूचना दी. यह भी पढ़े: Telangana Shocker! अज्ञात लोगों ने किया 18 वर्षीय लड़की का आपहरण, वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद (Watch Video)
जब बेटी अपने घर आई तो घटना का पता चला. उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी. पुलिस को शक है कि तीनों ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. यशोदा के पति की चार महीने पहले मौत हो गई थी. परिवार ने अपना सारा सामान एक अनाथालय को दान कर दिया था और दूसरी जगह शिफ्ट हो गए थे. सूत्रों से पता चला है कि यशोदा की बेटी सुमन अक्सर बीमार रहती थी.