अयोध्या, 17 जनवरी: सदियों का इंतजार समाप्त हो रहा है. भक्तों की आस्था का केंद्र, अयोध्या राम मंदिर आज ऐतिहासिक पल का गवाह बना. जयकारों से गूंजती नगरी में रामलला की मूर्ति को मंदिर प्रांगण में लाया गया. यह पवित्र यात्रा लाखों रामभक्तों के आश्रुपूर्ण आंखों और भावविभोर स्वरों से सराबोर थी.
कर्नाटक के मूर्तिकार योगीराज अरुण द्वारा निर्मित 51 इंच की पंच दिव्य धातुओं से निर्मित भव्य मूर्ति को विशेष ट्रक में सोहरामपुर आश्रम से मंदिर परिसर तक लाया गया. रास्ते में हर गली, हर चौराहा जयकारों से गूंज उठा. भक्तों ने फूलों की वर्षा कर और झूमकर नृत्य कर पावन यात्रा का स्वागत किया.
यह क्षण किसी सपने जैसा था, जिसे सच होते देख लाखों आंखें नम हो गईं. राम मंदिर निर्माण का लंबा और जटिल इतिहास आज अपने मुकाम तक पहुंचा. 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले आज का दिन एक सुनहरा अध्याय बनकर इतिहास में दर्ज हो गया है.
#WATCH | Uttar Pradesh | The truck, carrying Lord Ram's idol, being brought to Ayodhya Ram Temple premises amid chants of 'Jai Sri Ram'.
The pranpratishtha ceremony will take place on January 22. pic.twitter.com/Qv623BWEKb
— ANI (@ANI) January 17, 2024
राम नगरी अयोध्या इन दिनों भक्ति और हर्षोन्माद से सराबोर है. 22 जनवरी को होने वाले श्री राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लेकर देशभर में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी रामभक्तों में अपार उत्साह है. हर तरफ राम-नाम का जप हो रहा है और मंदिर के निर्माण का हर पल एक त्योहार की तरह मनाया जा रहा है.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा सात हजार विशेष अतिथि और चार हजार संतों की मौजूदगी में पौष मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि यानी 22 जनवरी 2024 को होगी. साथ ही इस ऐतिहासिक मौके में विश्वभर के 50 देशों और सभी राज्यों के लगभग 20 हजार लोग उपस्थित होंगे.
बता दें, 22 जनवरी 2024 को रामलला भव्य मंदिर में विराजमान होगें. राम मंदिर में मूर्ति स्थापना का समय 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा. प्राण प्रतिष्ठा के लिए मात्र 84 सेकेंड के लिए प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त रहेगा