Delhi: सोनिया  गांधी शनिवार को असंतुष्ट समूह जी 23 के नेताओं से करेंगी मुलाकत
सोनिया गांधी (Photo Credits: IANS)

नई दिल्ली, 18 दिसंबर: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ असंतुष्ट नेताओं के समूह, जिसे जी 23 के रूप में जाना जाता है, और पार्टी की अंतरिम प्रमुख सोनिया गांधी (Soniya Gandhi) के बीच शनिवार सुबह 10 बजे से उनके (सोनिया) निवास पर अहम बैठक होगी. 23 शीर्ष नेताओं द्वारा सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में व्यापक सुधार की मांग के बाद यह पहली बार आमने-सामने की बैठक होगी.

बैठक को बागी गुटों के बीच 'सुलह' की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिन्हें पार्टी प्रमुख के साथ मुलाकात की मांग करने पर नजरअंदाज कर दिया गया था. सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने पार्टी नेतृत्व और अन्य लोगों के गुट के बीच आई तल्खी को कम करने का जिम्मा वरिष्ठ नेता कमल नाथ को सौंपने का फैसला किया है.यह भी पढ़े: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर साधा निशाना, कहा- UP सरकार जहरीली शराब माफियाओं पर कार्रवाई करने में नाकाम.

सूत्रों ने कहा कि गुलाम नबी आजाद (Gulab Nabi Azad), आनंद शर्मा (Anand Sharma), कपिल सिब्बल (Kapil Sibbal) सहित वरिष्ठ नेताओं से सोनिया मुलाकात करेंगी, हालांकि अभी सूची फाइनल नहीं हुई है. साथ ही, सीडब्ल्यूसी के कई अन्य नेताओं को आमंत्रित किया गया है. आधिकारिक एजेंडा किसानों के आंदोलन से उत्पन्न वर्तमान राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करना है. पार्टी सूत्रों ने कहा कि माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज कांग्रेस नेता कमल नाथ (Kamalnath) को सोनिया और जी 23 के बीच बैठक की व्यवस्था करने का काम सौंपा गया है.

यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Wadra) बैठक का हिस्सा होंगे, सूत्रों ने कहा कि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है.सूत्र ने आगे कहा कि कमल नाथ कई राज्यों में पार्टी के निचले स्तर के प्रदर्शन से चिंतित हैं. यह भी पढ़े:   बिजली पर प्रियंका गांधी वाद्रा का बयान राजनीति से प्रेरित : श्रीकांत शर्मा.23 वरिष्ठ नेताओं के इस साल अगस्त में सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सक्रिय नेतृत्व की मांग किए जाने के बाद कांग्रेस नेतृत्व आश्चर्यचकित रह गया था.

मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindiya) के विद्रोह के बाद कमल नाथ ने इस साल मार्च में सत्ता गंवा दी थी. कमल नाथ इससे पहले पार्टी के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए 8 दिसंबर को सोनिया गांधी से उनके आवास पर मिले थे.