तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने दो दिनों के भीतर अपने तीन विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद बुधवार को कहा कि यदि कुछ ‘‘अवसरवादी’’ विधायक अपनी निष्ठा छोड़ते हैं तो इससे ‘‘कोई फर्क नहीं पड़ता.’’ तृणमूल कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि भगवा पार्टी में शामिल होने वालों में से कुछ को ऐसा करने की धमकी दी गई थी. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तापस रॉय ने कहा, ‘‘यदि एक या दो अवसरवादी विधायक भाजपा में शामिल हो जाते है तो इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. कुछ अवसरवादी हैं और इनमें से कुछ को ऐसा करने के लिए धमकाया गया था.’’
लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस विधायकों एवं नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला जारी है. बुधवार को तृणमूल विधायक मोनिरूल इस्लाम भाजपा में शामिल हो गए. मंगलवार को भी तृणमूल के दो विधायक और 50 से अधिक पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे. शामिल हुए विधायकों में भाजपा नेता मुकुल रॉय के पुत्र शुभ्रांशु रॉय भी शामिल हैं.
तृणमूल कांग्रेस ने कहा, ‘‘तृणमूल का एक निलंबित विधायक कल भाजपा में शामिल हुआ था. अन्य कांग्रेस और माकपा से थे. पार्षदों की संख्या छह है.’’
भाषा