अयोध्या: अयोध्या राम जन्मभूमि एक बार फिर सुर्खियों में है. दरअसल, लॉकडाउन (Lockdown) के बीच अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण कार्य शुरू हो गया है. इस बीच समतलीकरण के दौरान राम जन्मभूमि से कई प्राचीन खंडित मूर्तियां (broken idols of deities), 5 फुट लंबा शिवलिंग(Shivling), नक्काशी वाले बलुआ पत्थर (carvings on sandstone) जैसी कई चीजें मिली हैं. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट (Sri Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra Trust) के महासचिव चंपत राय (Champat Rai) ने कहा कि राम जन्मभूमि (Ram Janmabhoomi)स्थल पर भूमि को समतल करने के दौरान शिवलिंग और अन्य प्राचीन वस्तुएं मिली हैं.
चंपत राय ने बताया कि पिछले 10 दिनों से राम जन्मभूमि पर जमीन समतल करने का काम जारी है. इसी दौरान हमें नक्काशी वाले बलुआ पत्थर के खंबे मिले हैं. हमें कुबेर टीला में एक शिवलिंग और कुछ प्राचीन मूर्तियां भी मिली हैं. इस मसले पर भारतीय जनता पार्टी के नेता व लॉ मेकर सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy)ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि वह आश्चर्यचकित नहीं हैं. यह भी पढ़ें: Ram Mandir Trust: गोविंद देव गिरी बोले-राम मंदिर तीन से साढ़े तीन साल में बनकर तैयार होगा
एक समाचार चैनल से उन्होंने कहा कि मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं, क्योंकि साल 2002-2005 के बीच भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने बहुत कुछ पाया, लेकिन वे पर्याप्त खुदाई नहीं कर पाए. उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट को जो रिपोर्ट दी थी, उसमें स्पष्ट रूप से कहा गया था कि पर्याप्त संकेत थे कि मस्जिद के नीचे पहले से संरचनाएं थी, पूर्ववर्ती मंदिर के टुकड़े और उसके अवशेष खुदाई में मिले थे.
उस दौरान उनका उद्देश्य यह देखना था कि मस्जिद के नीचे पहले से मौजूद मंदिर का कोई सबूत है या नहीं. जैसे ही खुदाई के दौरान उन्हें कुछ कलाकृतियां मिली, उन्होंने निष्कर्ष निकाला और राम जन्मभूमि मामले को अंतिम सुनवाई के लिए ले लिया गया. अब हम मंदिर का निर्माण कर रहे हैं और स्वाभाविक रूप से वे बहुत गहरी खुदाई करेंगे, इसलिए मैं बिल्कुल भी आश्चर्यचकित नहीं हूं कि अभी अभी उन्होंने क्या खोजा है.