Indian Stock Market Update : भारतीय शेयर बाजार ने पिछले हफ्ते गोता लगाने के बाद आज 7 अक्टूबर को कारोबारी सप्ताह के पहले दिन हरे निशान के साथ कारोबार की शुरुआत की। निवेशकों की खरीदारी से सोमवार को शेयर बाजार में गिरावट पर ब्रेक लगी और सेंसेक्स-निफ्टी थोड़ी बढ़त के साथ खुला। भले ही शेयर बाजार संभल गया हो लेकिन अनिल अंबानी की रिलायंस पावर (RPOWER share price), डीमार्ट (DMart share price) और वरुण बेवरेजेस लिमिटेड (Varun Beverages share price) जैसे कुछ बड़े शेयरों में गिरावट का रुख जारी है। जबकि एनबीसीसी इंडिया (NBCC share price) और बंधन बैंक (Bandhan Bank share price) के शेयर प्राइस में उछाल आया है। वहीं बढ़त के साथ दिन की शुरुआत करने वाले जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio finance share price) के शेयर प्राइस दोपहर आते-आते लाल निशान पर आ गए।
आज दोपहर 12 बजे बंधन बैंक (BANDHANBNK) 1.66 रुपये (0.89%) की गिरावट के साथ एनएसई पर 185.20 रुपये पर कारोबार कर रहा था। शुक्रवार को घरेलू बाजारों में कारोबार बंद होने पर बंधन बैंक 186.86 रुपये प्रति शेयर पर था।
इजरायल-ईरान युद्ध के चलते मध्य पूर्व में बढ़ते संघर्ष और अन्य घटनाक्रमों के कारण भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) में बंपर गिरावट रही। सेंसेक्स 4000 अंक से अधिक गिर गया, जबकि उसी अवधि के दौरान निफ्टी 2000 अंक टूट गया, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई थी। लेकिन अब सप्ताह की सकारात्मक शुरुआत के बाद निवेशकों को पिछले हफ्ते हुए नुकसान की भरपाई होने की उम्मीद है।
Reliance Power का शेयर 5% गिरा
आज भी निवेशकों को आरपावर (RPOWER Share share price) का शेयर नहीं भाया है। 7 अक्टूबर को RPOWER के शेयर में 5% की गिरावट देखी गई। उद्योगपति अनिल अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस समूह की कंपनियां- रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और रिलायंस पावर लिमिटेड 17,600 करोड़ रुपये की धनराशि जुटाने और शून्य कर्ज की स्थिति के साथ अपनी वृद्धि रणनीतियों को क्रियान्वित कर रही हैं।
दोनों कंपनियों ने इक्विटी शेयरों के तरजीही निर्गम के जरिये पिछले दो सप्ताह में 4,500 करोड़ रुपये और प्रसिद्ध वैश्विक निवेश कंपनी वर्डे पार्टनर्स से इक्विटी से जुड़े दीर्घकालिक एफसीसीबी के जरिये 7,100 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा की है। इनकी परिपक्वता अवधि 10 वर्ष है और ब्याज दर पांच फीसदी है। पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के माध्यम से अतिरिक्त 6,000 करोड़ रुपये जुटाए जाएंगे। इसमें आरपावर और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर का लक्ष्य 3,000-3,000 करोड़ रुपये जुटाने का है।
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