लखनऊ, 1 मार्च. यूपी में कोरोना के कारण 11 माह से बंद चल रहे स्कूल आज (सोमवार) से खुल गये। जब सोमवार को बच्चे पहुंचे तो अपने दोस्तों से मिलकर चहक उठे. स्कूलों ने भी बच्चों का स्वागत करने के लिए पहले से ही तैयारियां कर रखी थीं. कई स्कूलों में केक काटा गया तो कई जगहों पर बच्चों पर पुष्प वर्षा की गई. कक्षाओं को गुब्बारों से सजाया गया था. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में नरही स्थित सरकारी स्कूल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का भी पालन किया गया और थर्मल स्कैनिंग व मास्क को ठीक से पहनने के बाद ही उन्हें कक्षाओं में प्रवेश दिया गया. ध्यान रखा गया कि सभी बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर ही बैठें.
बच्चों के स्वागत के लिए परिषदीय स्कूलों को गुब्बारों, झंडियों और रंगोली से सजाया गया। कोरोना आपदा के दौरान स्कूलों के बंद रहने की वजह से बच्चों की पढ़ाई का जो नुकसान हुआ, उसकी भरपाई के लिए परिषदीय स्कूलों में 100 दिवसीय प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान संचालित किया जाएगा. इसके तहत बच्चों के सीखने-समझने के स्तर का प्रारंभिक आकलन कर उन्हें उपचारात्मक शिक्षा देने पर जोर होगा ताकि वे कक्षा के अनुरूप लनिर्ंग आउटकम हासिल कर सकें. अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई के प्रति जागरूक करने के लिए विभाग के अधिकारियों और शिक्षकों की ओर से मोहल्लों और गांवों में शिक्षा चौपाल भी आयोजित करने का निर्देश दिया गया है. यह भी पढ़ें-Schools to Reopen In UP: योगी सरकार का बड़ा फैसला, यूपी में 10 फरवरी से 6वीं से 8वीं कक्षा तक के खुलेंगे स्कूल
कक्षा 1 से 5वीं तक के सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल में पहले दिन 50 प्रतिशत बच्चे बुलाए गए हैं। बीकेटी के उच्च प्राथमिक विद्यालय सरैया में बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। सैनिटाइजर से हाथ साफ कराने के बाद रोली का टीका लगाकर और टॉफी देकर बच्चों का स्कूल में स्वागत किया गया। प्राथमिक विद्यालय भेड़ीमंडी छितवापुर के प्राथमिक विद्यालय में दूसरी क्लास के फैजान ने कहा, "मैं आज बहुत दिनों बाद स्कूल आया और अपने सबसे प्यारे दोस्त विशाल से मुलाकात की है. बख्शी का तालाब (बीकेटी) क्षेत्र में स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय सरैया में शिक्षकों ने स्कूल आने वाले बच्चों का विशेष तौर पर स्वागत किया. स्कूल में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बच्चों को एंट्री कराई गई, उसके बाद हाथ सैनिटाइज कराए गए। माथे पर टीका लगाया गया और टॉफी खिलाकर उनका स्कूल में स्वागत किया गया.
भेड़ीमंडी स्कूल से करीब 800 मीटर दूर जितवारपुर प्राथमिक विद्यालय में बच्चों की संख्या 7 के करीब थी। प्रिंसिपल ने बताया, हमारे यहां कुल 35 बच्चों की संख्या है. पहले दिन 50 प्रतिशत बच्चों को बुलाया गया है। कक्षा दो में पढ़ने वाली कुलसुम कहती हैं कि स्कूल आने का बड़ा मन होता था। मुझे अपने दोस्तों की याद आती थी। स्कूल में पढ़ने का मन करता था, मैं पापा-मम्मी से पूछती भी थी। स्कूल की अध्यापिका ने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पूरा कर करवा रही हूं. स्टेशन रोड स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल में आज से कक्षा 1 से पांचवी तक के बच्चों ने पढ़ाई शुरू की. प्रशस्ति तिवारी क्लास थर्ड में पढ़ती हैं. प्रशस्ति कहती हैं कि मैं बहुत ही अच्छा फील कर रही हूं। टीचर्स के मिलकर बहुत खुशी हुई. अपने फ्रेंड्स से भी मुलाकात की है. ध्रुविका बताती हैं कि आज मैं पहले दिन स्कूल आई हूं.
गौरतलब कि कोरोना संक्रमण के कारण शासन ने पिछले साल 13 मार्च को प्रदेश में कक्षा एक से आठ तक के सभी स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया था.