Sardar Vallabhbhai Patel 70th Death Anniversary: सरदार वल्लभ भाई पटेल की 70वीं पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी ने 'लौह पुरुष' को दी श्रद्धांजलि
पीएम मोदी/ सरदार वल्लभभाई पटेल (Photo: PTI/Wikimedia Commons)

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मंगलवार को सरदार वल्लभभाई पटेल (Sardar Vallabhbhai Patel) की 70वीं पुण्य तिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने सशक्त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखी थी. पीएम मोदी ने ट्वीट किया, "सशक्त, सुदृढ़ और समृद्ध भारत की नींव रखने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर शत-शत नमन. उनके दिखाए मार्ग हमें देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने के लिए सदा प्रेरित करते रहेंगे." सरदार वल्लभभाई पटेल लौह पुरुष कहा जाता है. वे राष्ट्र के लिए अपनी निस्वार्थ सेवा के लिए जाने जाते हैं. सरदार पटेल ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और स्वतंत्रता के बाद भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

भारत के पहले गृह मंत्री रहे सरदार पटेल का निधन 15 दिसंबर 1950 में मुंबई में हुआ था. 2018 में गुजरात में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का अनावरण किया गया था. सरदार पटेल को भारत के गणतंत्र के निर्माण के लिए पूर्व-स्वतंत्र देश की सभी 562 रियासतों को एकजुट करने का श्रेय दिया जाता है. कोरोना से हालात जितनी तेजी से बिगड़े, उतनी तेजी से ही सुधर रहे हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी.

पीएम मोदी का ट्वीट:

इस मौके पर पीएम मोदी मंगलवार को गुजरात में कच्छ के एक दिवसीय दौरे पर आएंगे. कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के बीच वह कच्छ के कृषक समुदाय के अलावा गुजरात के सिख किसानों से भी मुलाकात करेंगे. एक आधिकारिक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई.

प्रधानमंत्री कुछ परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे और कच्छ में धोरडो के किसानों और कलाकारों के साथ संवाद करेंगे. मुख्य कार्यक्रम से पहले वह कच्छ के किसानों के साथ चर्चा करेंगे. राज्य के सूचना विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, भारत-पाक सीमा के पास बसे सिख किसानों को प्रधानमंत्री से संवाद के लिए आंमत्रित किया गया है.

प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से रविवार को जारी बयान में बताया गया कि जिन परियोजनाओं की मोदी आधारशिला रखेंगे उनमें एक विलवीकरण संयंत्र, हाइब्रिड नवीकरणीय ऊर्जा उद्यान और पूर्ण रूप से स्वचालित दुग्ध प्रसंस्करण और पैकिंग संयंत्र शामिल हैं.

मोदी कच्छ के सफेद रण भी जाएंगे और बाद में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया कि अपनी वृहद समुद्री तटरेखाओं का लाभ उठाते हुए गुजरात समुद्री जल को पेयजल में बदलने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है और इसे साकार करने के लिए कच्छ के मांडवी में विलवीकरण संयंत्र का निर्माण किया जा रहा है. इसकी क्षमता प्रतिदिन दस करोड़ लीटर समुद्री जल को पेयजल में बदलने की होगी.