बेंगलुरु: कांग्रेस नेता और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के कर्नाटक प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने रविवार देर रात कहा कि पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ज्यादा समय नहीं लेंगे और जल्द ही कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा करेंगे. बता दें कि कर्नाटक के नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को विधायक दल का नेता चुनने के लिए अधिकृत किया गया है. Karnataka: डीके शिवकुमार को CM से कम मंजूर नहीं?
कर्नाटक के बेंगलुरु में नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों की देर रात हुई बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, सुरजेवाला ने कहा, "पार्टी नेतृत्व फैसला लेगा. मैं अपने फैसले को खड़गे साहब के फैसले से नहीं बदल सकता. वह हमारे वरिष्ठ हैं. वह कर्नाटक की धरती के लाल हैं, और मुझे यकीन है कि उन्हें ज्यादा समय नहीं लगेगा."
कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री के फैसले के बाद शपथ ग्रहण समारोह की योजना के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘जब हम अपनी पहली पांच गारंटियों को लागू करेंगे, तो जीतने वाली पार्टी पहली कैबिनेट में होगी.’ यह बैठक कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) द्वारा सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित करने के बाद बुलाई गई थी, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया.
सूत्रों ने कहा कि पर्यवेक्षक सोमवार तक सभी विधायकों से परामर्श कर खरगे को अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे. पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया (Siddaramaiah) और कांग्रेस की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष डी. के. शिवकुमार (D K Shivakumar) दोनों ही मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं. अब गेंद कांग्रेस अध्यक्ष के पाले में है और दोनों वरिष्ठ नेता- सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार- मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंच सकते हैं. दोनों नेताओं के कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी तथा खरगे से मुलाकात करने की संभावना है.
राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीट जीतीं, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं.
कर्नाटक के लोगों से किए गए पांच वादों को लागू करने का वादा करते हुए विधायक दल ने एक और प्रस्ताव पारित किया, जिसे शिवकुमार ने पेश किया.
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने कर्नाटक में सत्ता में आने के पहले दिन ‘पांच गारंटी’ लागू करने का वादा किया है. इन वादों में सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया (गृह लक्ष्मी) को 2,000 रुपये मासिक सहायता, गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) के परिवार (अन्न भाग्य) के प्रत्येक सदस्य को मुफ्त 10 किलोग्राम चावल, बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) और सार्वजनिक परिवहन बसों (शक्ति) में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं.