Ramzan 2020: कोरोना वायरस (Coronavirus) की इस महामारी के बीच डोडा के ग्रामीण इलाके में महिलाओं ने मास्क बनाकर ग्रामीणों के बीच मुफ्त वितरण करने का बीड़ा उठाया है. दुनिया भर में फैली इस महामारी के बीच जब मास्क (Mask) पहनना अनिवार्य हो गया है, तो लॉकडाउन (lockdown) की स्थिति में हर व्यक्ति को मास्क उपलब्ध कराने की व्यवस्था सरकार ने भी की है. लेकिन सामाजिक सरोकार से जुड़े लोगों ने घरों में बने मास्क को लोगों के बीच पहुँचाने का प्रयास शुरू किया है.
खास बात यह है कि इन महिलाओं के इस कार्य में सेना भी मदद कर रही है. दुर्गम पहाड़ी इलाके में सेना ने अपने सद्भावना ऑपरेशन के तहत स्किल ट्रेनिंग सेंटर और सामाजिक संगठनों को बीच कच्चा माल उपलब्ध कराने का जिम्मा उठाया है, ताकि ग्रामीण लड़कियां जो रोज़े के दौरान मास्क स्टिच करके लोगों को देना चाहती हों, उन्हें आवश्यक चीजें जुटाने में परेशानी न हो. यह भी पढ़े: कोरोना वायरस से जंग: देश की फर्स्ट लेडी सविता कोविंद खुद सिल रही हैं मास्क
डोडा, भद्रवाह में आर्मी द्वारा संचालित महिला सशक्तिकरण एवं कौशल केंद्र में ट्रेनिंग लेने वाली ग्रामीण महिलायें और पढ़ी-लिखी लड़कियां मास्क बनाने का काम कर रही हैं. महिलाओं के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए डिफेंस पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंदर आनंद कहते हैं कि स्थनीय प्रशासन डोडा, भद्रवाह ने अभी तक 10,000 मास्क का टारगेट इन प्रशिक्षण केंद्रों को दिया है.
ये सभी मास्क ग्रामीण इलाकों में मुफ्त बांटे जाएंगे। आर्मी ने इन केंद्रों पर आवश्यक सामान उपलब्ध कराये, जबकि सारी जिम्मेदारी स्थानीय लोगों ने संभाली. रमज़ान और रोज़ा के बीच लड़किया केंद्र पर आती हैं और ख़ुशी ख़ुशी मास्क बनाने के काम में जुट जाती हैं ताकि कोई भी व्यक्ति कोरोना का शिकार न हो और देश सेवा में उनका भी योगदान हो.