नई दिल्ली: बस कुछ ही दिनों में त्योहारों का सीजन शुरू होनेवाला है. लेकिन इससे पहले ही मोदी सरकार की ओर से आम नागरिकों को थोड़ी राहत दी गई है. वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि राखी, भगवान गणेश की मूर्ति और पंडालों में उपयोग होनेवाले सजावट के सामान पर जीएसटी नहीं लगेगा. सरकार की इस पहल से देशवासियों की खुशी दोगुनी हो सकती है. साथ ही इससे जुड़े व्यापारियों को भी राहत मिलेगी.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि ''रक्षाबंधन आ रहा है, हमने राखी पर से जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की छूट दी है और गणेश चतुर्थी को देखते हुए हमने सभी प्रकार की मूर्तियों, हस्तशिल्प, हथकरघा को भी जीएसटी से अलग रखा है. ये सभी चीजें हमारी विरासत से जुड़ी हैं और हमें सम्मान के साथ इन्हें रखना है.''
Rakshabandhan is coming, we have exempted Rakhis from GST and ahead of Ganesh Chaturthi, have also exempted all kinds of statues,handicrafts, handlooms. All these things are our heritage and we have to hold on to them with respect: Finance Minister Piyush Goyal pic.twitter.com/ghfmdMmctK
— ANI (@ANI) August 12, 2018
बता दें कि देशभर में राखी का त्योहार 26 अगस्त को मनाया जाएगा. हालांकि यह छुट केवल धागे और कलेवा से बनाई गई राखीयों के लिए ही है. सोने और चांदी से बनी राखी पर पहले जैसे ही 5 प्रतिशत जीएसटी देनी पड़ेगी. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एंव सीमा शुल्क, राजस्व विभाग ने यह जानकारी देते हुए बताया कि सोने और चांदी से बनी राखियों को जीएसटी के दायरे से बाहर नहीं रखा गया है.
गत 21 जुलाई को हुई जीएसटी परिषद की बैठक में आम आदमी को राहत देते हुए रेफ्रिजरेटर, वाशिग मशीन और छोटे टेलीविजन सहित कई सामानों पर जीएसटी दर 28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करने का फैसला लिया गया था. वहीं कर की दरों में कटौती करने के अलावा जीएसटी परिषद ने कई सामानों पर से कर समाप्त कर दिया है, जिसमें सैनिटरी नैपकिन, राखी, फोर्टिफाइड मिल्क और पत्थर, मार्बल और लकड़ी से बनी मूर्तियां शामिल थी.