जयपुर, 4 दिसंबर: राजस्थान के सिरोही जिले में एक महिला को उसके ससुराल वालों ने ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के बाद उसके साथ बहुत बुरा व्यवहार किया. कई दिनों तक चली क्रूर यातना के कारण समय से पहले ही उसका बच्चा पैदा हो गया. शारीरिक और मानसिक रूप से बहुत ज़्यादा पीड़ा सहने के बावजूद पंकू देवी दृढ़ निश्चयी रहीं और उनकी मांगों को मानने से इनकार कर दिया. रिपोर्ट के अनुसार, पंकू देवी के ससुराल वाले, जो पहले से ही ईसाई धर्म अपना चुके थे, उन पर भी धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने लगे. जब उसने उनकी मांगों का विरोध किया, तो उन्होंने बहुत ज़्यादा हिंसा की. कई दिनों तक उन्होंने उसके पैर बांध दिए और उसे एक कमरे में बंद कर दिया, जिससे उसे बहुत ज़्यादा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया. यह भी पढ़ें: Maharashtra: नायगांव में सार्वजनिक टॉयलेट में मादा कुत्ते के साथ पकड़ा गया बुजुर्ग, महिला ने मासूम को बचाया (देखें वीडियो)
इस घटना को देखने वाले परेशान पड़ोसियों ने पंकू देवी के परिवार को इस भयावह स्थिति के बारे में बताया. उसके पिता तुरंत उसे बचाने के लिए दौड़े और उसे उसके ससुराल वालों के चंगुल से छुड़ाने में कामयाब रहे. उन्होंने सुनिश्चित किया कि उसे इस घटना के दौरान हुई शारीरिक और भावनात्मक पीड़ा से निपटने के लिए तुरंत चिकित्सा सहायता मिले.
बचाव के बाद पीड़ित परिवार ने राष्ट्रीय बजरंग दल के सदस्यों के सहयोग से सिरोही के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की मांग की गई, जिसमें एक पुजारी भी शामिल है जो कथित तौर पर जबरन धर्म परिवर्तन के प्रयास में शामिल था.