Telangana Flood: तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भारी बारिश ने बाढ़ जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 31 अगस्त और 1 सितंबर को लगातार बारिश की वजह से दोनों राज्यों की नदियां उफान पर हैं. इससे हैदराबाद और विजयवाड़ा जैसे बड़े शहरों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. इस संकट को देखते हुए तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों ए रेवंत रेड्डी और एन चंद्रबाबू नायडू ने स्थिति का आकलन करने और बचाव कार्यों में समन्वय स्थापित करने के लिए आपात बैठकें कीं.
तेलंगाना के खम्मम जिले में बारिश और बाढ़ की वजह से हालात भयावह हैं. यहां 110 गांव पानी में डूबे हुए हैं. 119 बाढ़ प्रभावित लोग पहाड़ियों और इमारतों पर फंसे हुए हैं और बचाव का इंतजार कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को गंभीर स्थिति के बारे में जानकारी दी है, जिसमें उन खास जगहों के बारे में भी बताया गया है, जहां लोग फंसे हुए हैं. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्री के निर्देश पर चेन्नई, विशाखापत्तनम और असम से 9 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमों को तेलंगाना में तैनात किया गया है. आंध्र प्रदेश भी भारी बारिश की चपेट में है. विजयवाड़ा शहर में भारी बाढ़ आई है, खास तौर पर रामकृष्ण पुरम इलाके में, जहां घर और वाहन डूब गए हैं. एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस दोनों ही बचाव और राहत कार्यों में सक्रिय रूप से लगे हुए हैं और प्रभावित निवासियों को पुनर्वास केंद्रों तक पहुंचा रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, भारी बारिश के कारण रेलवे सेवाओं में काफी व्यवधान आया है, जिसके परिणामस्वरूप 99 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. चार ट्रेनें आंशिक रूप से रद्द कर दी गई हैं और 54 ट्रेनों का मार्ग बदल दिया गया है. तेलंगाना सरकार ने बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सोमवार, 2 सितंबर को हैदराबाद के सभी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है.