रेलवे ने दी गुड न्‍यूज, स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की शुरू की तैयारी, अत्याधुनिक सुविधाओं से होगी लैस
वंदे भारत ट्रेन (Photo Credits: Wikimedia Commons)

नई दिल्ली: रेल यात्रियों के लिए अच्छी खबर है. भारतीय रेलवे (Indian Railway) ने स्लीपर वंदे भारत (Sleeper Vande Bharat Express) चलाने की दिशा में आगे कदम बढ़ाया है. स्लीपर वंदे भारत में तीन क्लास होंगे, जिसमें फर्स्ट एसी, सेकेंड एसी और थर्ड एसी शामिल होगा. इसके अलावा स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस में डिब्बों की संख्या भी अलग-अलग होगी. Summer Special Trains: भारतीय रेलवे ने कई रूटों पर समर स्पेशल ट्रेनों की घोषणा की, यहां देखें पूरी लिस्ट

जानकारी के अनुसार, भारतीय रेल 16, 20 और 24 डिब्बों वाली स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की योजना बना रहा है. भारतीय रेल ने 200 स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस के लिए टेंडर भी जारी कर दिया है. टेंडर की आखिरी तारीख 26 जुलाई 2022 निर्धारित की गई है.

बताया जा रहा है कि स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी. ये स्लीपर ट्रेन यात्रियों को लेकर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से पटरियों पर दौड़ेगी और टेस्टिंग के दौरान इसकी स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. वहीं मौजूदा वंदे भारत एक्सप्रेस के अपग्रेडेशन का काम महाराष्ट्र के लातूर में स्थित मराठवाड़ा रेल कोच फैक्ट्री में या फिर चेन्नई के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया जाएगा.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में बताया था कि 75 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है, जबकि केंद्रीय बजट में और 400 रैक बनाने का निर्णय लिया गया है. वंदे भारत के नए रूट और समय सारिणी को अंतिम रूप देने का काम रेलवे कर रही है. देश के सभी हिस्सों को ये सेवाएं मिलेंगी. इन ट्रेनों का निर्माण रेलवे के चेन्नई कारखाने में किया जा रहा है. जबकि इन ट्रेनों का डिस्पैच अगस्त-सितंबर से शुरू होगा.

गौर हो कि वंदे भारत ट्रेन के लिए 128 पहियों की खेप युद्धग्रस्त यूक्रेन से सड़क के रास्ते रोमानिया पहुंच गई है, जिसे अब रेलवे द्वारा हवाई मार्ग के जरिये भारत लाया जाएगा. यूक्रेन पहियों का दुनिया के सबसे बड़े सप्लायर्स में से एक है. वंदे भारत ट्रेन के लिए हजारों पहियों का ऑर्डर यूक्रेन की एक फर्म को दिया गया था जिसका कार्य युद्ध के कारण प्रभावित हुआ है. इस साल के अंत तक देशभर के प्रमुख मार्गों पर 75 'सेमी-हाई स्पीड ट्रेन' की शुरुआत करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारत ने अब चेक गणराज्य, पोलैंड और अमेरिका को पहियों के ऑर्डर दिए हैं.