अमृतसर: ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं बरसी पर सिख समुदाय के लोगों ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर परिसर में नारे लगाए. प्रदर्शन के दौरान जरनैल सिंह भिंडरावाले के पोस्टर भी देखे गए. खालिस्तान समर्थक नारे भी लगाए गए. युवकों द्वारा तलवारें लहराकर खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी की गई. हुल्लड़बाजी की संभावना के चलते एसजीपीसी द्वारा अंदरूनी सुरक्षा कड़ी करते हुए किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए एक हजार से अधिक टास्क फोर्स के सदस्यों व सेवादारों की तैनाती की गई है. पंजाब पुलिस ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं, सैकड़ों की संख्या में सादा वर्दी में पुलिसकर्मियों की परिसर के अंदर तैनाती की गई है.
बता दें कि आज ऑपरेशन ब्लू स्टार की 40वीं बरसी है. इस दिन स्वर्ण मंदिर में सेना का ऑपरेशन ब्लूस्टार खत्म हुआ. अकाल तख्त हरमंदिर साहिब की तरफ बढ़ती सेना का जरनैल सिंह भिंडरावाले और खालिस्तान समर्थक चरमपंथियों ने जमकर विरोध किया और इस दौरान दोनों तरफ से भीषण गोलीबारी हुई.
स्वर्ण मंदिर में नारेबाजी
#WATCH | Punjab: On the 40th anniversary of Operation Blue Star, members of the Sikh community raise slogans inside the Golden Temple premises in Amritsar.
Posters of Jarnail Singh Bhindranwale also seen during the demonstration. Pro-Khalistan slogans also raised. pic.twitter.com/QTrrpnekCq
— ANI (@ANI) June 6, 2024
#WATCH | Amritsar, Punjab: Shiromani Akali Dal (Amritsar) chief Simranjit Singh Mann also seen among the people raising slogans and displaying posters of Jarnail Singh Bhindranwale at the Golden Temple premises, on the 40th anniversary of Operation Blue Star. pic.twitter.com/uiczSnrQHw— ANI (@ANI) June 6, 2024
ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान हुए भारी खूनखराबे के बीच अकाल तख़्त को भारी नुकसान पहुंचा और सदियों में पहली बार ऐसा हुआ कि हरमंदिर साहिब में गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ नहीं हो पाया. पाठ न हो पाने का यह सिलसिला 6, 7 और 8 जून तक चला.
अमृतपाल सिंह और बेअंत सिंह के बेटे की जीत
लोकसभा चनाव में पंजाब की दो सीटों से खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) और इंदिरा गांधी के हत्यारे के बेटे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा (Sarabjt Singh Khalsa) ने जीत दर्ज की. खालिस्तानी समर्थक 'वारिस पंजाब दे' अमृत पाल सिंह ने पंजाब की खडूर साहिब और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह के बेटे सरबजीत सिंह खालसा ने फरीदकोट से जीत दर्ज की.