नंदुरबार, 10 मई : महाराष्ट्र के नंदुरबार में प्रधानमंत्री मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए सैम पित्रोदा के नस्लीय टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर प्रहार किया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस का एजेंडा कितना खतरनाक है. यह शहजादे के गुरु ने इसका खुलासा किया है. शहजादे के गुरु ने अमेरिका से कहा है कि राम मंदिर का निर्माण और रामनवमी का उत्सव भारत के विचार के खिलाफ है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि मेरा मंदिर जाना भारत विरोधी है. कांग्रेस राम के देश में राम मंदिर को देश विरोधी बता रही है.
रैली में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर बरसते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी आदिवासी समाज को सम्मान नहीं दिया और ना देने दिया. आदिवासी क्रांतिकारियों ने आजादी की लड़ाई में इतने बलिदान दिए. लेकिन यह बलिदान की बात मानने को तैयार नहीं है. आजादी की पूरी लड़ाई का श्रेय कांग्रेस केवल एक परिवार को ही देती है. ये भाजपा है जो आदिवासी स्वतंत्र सेनानियों पर म्यूजियम बनवा रहे है ताकि आने वाली पीढ़ियों को पता चल सके कि हमारे पूर्वज आदिवासियों ने देश के लिए कितना बड़ा बलिदान दिया था. यह भी पढ़ें : मोदी फिर से प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे, उप्र में ‘इंडिया गठबंधन’ का तूफान आ रहा है : राहुल गांधी
पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा ने आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनाया और पहली बार ऐसा हुआ है. लेकिन आपको याद रहना चाहिए, वो कौन लोग थे, इन्होंने आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति चुनाव हराने के लिए रात दिन एक कर दिया था. ये कांग्रेस वाले लोग थे. जिन्होंने एक आदिवासी बेटी को राष्ट्रपति बनने से रोकने के लिए रात दिन एक किया था. लेकिन कांग्रेस पार्टी ने ऐसा क्यों किया इसकी वजह अभी दो-तीन दिन पहले ही खुली है. कांग्रेस के शहजादे के गुरू अमेरिका में रहते है. उन्होंने भारत के लोगों पर रंगभेदी टिप्पणी की है. रंग के आधार पर भेद, ऐसा गंभीर आरोप लगाया है. जिनका रंग भगवान कृष्ण जैसा होता है, कांग्रेस उन्हें अफ्रीकन मानती है, इसलिए द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति बनें, यह उन्हें मंजूर नहीं था.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, "कांग्रेस जानती है कि वे विकास में मोदी का मुकाबला कर ही नहीं सकते. इसलिए उन्होंने इस चुनाव में झूठ की फैक्ट्री खोली है और झूठ फैलाकर वे वोट लेना चाहते हैं. कभी आरक्षण को लेकर झूठ, कभी संविधान को लेकर झूठ बोलते हैं, आरक्षण पर कांग्रेस का हाल 'चोर मचाए शोर' वाला है. धर्म के आधार पर आरक्षण बाबा साहब अंबेडकर की भावना के खिलाफ है, संविधान की भावना के खिलाफ है. लेकिन कांग्रेस का एजेंडा है - दलित, पिछड़े, आदिवासी का आरक्षण छीनकर अपने वोट बैंक को देना!"