कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने एक जुलाई को डॉक्टर्स डे (Doctor’s Day) के मौके पर पश्चिम बंगाल में अवकाश का ऐलान किया है. ममता बनर्जी ने ये बड़ा एलान करते हुए केंद्र सरकार से अपील की है कि वह इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश के तौर पर घोषित करे. ममता बनर्जी ने कहा, हमने फ्रंटलाइन योद्धाओं के रूप में काम कर रहे डॉक्टरों, नर्सों,अन्य लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए एक जुलाई (डॉक्टर दिवस) को राज्य अवकाश के रूप में घोषित किया है. मैं केंद्र से अनुरोध करती हूं कि वह फ्रंटलाइन योद्धाओं के सम्मान में इसे राष्ट्रीय अवकाश घोषित करें.
ममता बनर्जी ने कहा कि एक जुलाई को पूरे पश्चिम बंगाल में अवकाश रहेगा. डॉक्टर्स के सम्मान में हमने ये फैसला किया है. डॉक्टर्स और नर्स अपनी पूरी ताकत हॉस्पिटल्स में लगाए हुए हैं. वह सब कुछ भूल कर लोगों को ठीक करने में लगे हुए हैं. इसलिए हम फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं के प्रति आधार जताना चाहते हैं.
ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि केंद्र सरकार को इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में घोषित करना चाहिए. यह कोरोना योद्धाओं के लिए सम्मान की बात होगी. सीएम ममता बनर्जी ने अपने ट्वीट में लिखा, हमारा स्वास्थ्य इन्फ्रा COVID-19 से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन हम वायरस से प्रभावी रोकथाम पर भी समान जोर देते हैं.
यहां देखें सीएम ममता बनर्जी का ट्वीट-
Our health infra is fully prepared to tackle #COVID19, but we put equal emphasis on effective prevention from the virus too. Social distancing, safe practices & masks are the best ways to fight the pandemic. However, we feel, procuring masks may not be feasible for many. (1/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) June 29, 2020
सोशल डिस्टेंसिंग, सेफ प्रैक्टिस और मास्क महामारी से लड़ने के सबसे अच्छे तरीके हैं. मास्क खरीदना हर किसी के लिए संभव नहीं है. इसलिए पश्चिम बंगाल सरकार ने 3 करोड़ मास्क खरीदने का फैसला किया है जो स्कूली छात्रों, 100-दिवसीय योजना लाभार्थियों, फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स, पुलिस, फायर सर्विसेज स्टाफ, नगर पालिकाओं, नागरिक स्वयंसेवकों आदि को बिल्कुल मुफ्त प्रदान किए जाएंगे.