यूपी के विधायक अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज, जा रहे थे बदरीनाथ-केदरानाथ
कोरोना वायरस महामारी का कोहराम भारत में थमा नहीं है. कोविड-19 से पीड़ित मरीजों की संख्या में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना को लेकर देश में जो हालात हैं उसे देखते हुए लॉकडाउन को तीसरी बार बढाकर 17 मई तक किया गया है. सरकार बार-बार लोगों से अपील कर रही है कि वे लॉकडाउन का सही से पालन करें और बेवजह घरों से बाहर न निकलें। बावजूद इसके कुछ ऐसे लोग हैं जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं.
देहरादून. कोरोना वायरस (Coronavirus in India) महामारी का कोहराम भारत में थमा नहीं है. कोविड-19 (COVID-19) से पीड़ित मरीजों की संख्या में हर दिन बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना को लेकर देश में जो हालात हैं उसे देखते हुए लॉकडाउन (Lockdown 3.0) को तीसरी बार बढाकर 17 मई तक किया गया है. सरकार बार-बार लोगों से अपील कर रही है कि वे लॉकडाउन का सही से पालन करें और बेवजह घरों से बाहर न निकलें. बावजूद इसके कुछ ऐसे लोग हैं जो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. इसी कड़ी में यूपी के विवादित और निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी (Amanmani Tripathi) की मुश्किलें बढ़ गई हैं. अमनमणि त्रिपाठी बदरीनाथ (Badrinath) और केदारनाथ (Kedarnath) धाम जा रहे थे.
बता दें कि विधायक को लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने का दोषी पाया गया हैं और उनके खिलाफ अलग-अलग धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. अमनमणि त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की नौतनवा सीट से निर्दलीय विधायक हैं.रिपोर्ट के अनुसार देहरादून प्रशासन ने एमएलए सहित 12 लोगों को बदरीनाथ और केदारनाथ जाने की अनुमति देते हुए पास मुहैया किया था. लेकिन चमोली जिले के बॉर्डर से ही इन लोगों को बदरीनाथ के कपाट नहीं खुले हैं ये जानकारी देते हुए वापस लौटा दिया गया. यह भी पढ़े-लॉकडाउन के बीच स्पेशल ट्रेन से लखनऊ पहुंचे 800 से अधिक प्रवासी
ANI का ट्वीट-
वहीं इस पुरे मामले पर पुलिस का कहना है कि विधायक अमनमणि त्रिपाठी ने जो पत्र दिखाया है उसमें उनकी तरफ से यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता के श्राद्ध कर्म के लिए शिरकत करने की बात कही गई है. इसके साथ ही ये सभी लोग तीन कार में सवार थे. नाकाबंदी के दौरान इन्हे रोका गया और जांच के बाद सभी को चमोली जिले की सीमा से वापस भेज दिया गया.